Edited By Vatika,Updated: 03 Oct, 2019 11:21 AM
आरोपी पति-पत्नी ने बताया कि उनकी शादी 3 साल पहले हुई थी और गर्भवती होने पर बच्चा 6 माह बाद गिर जाता था।
अमृतसर(अनिल): गत दिनों अस्पताल से अगवा किए गए नवजात शिशु को पुलिस की टीमों ने सकुशल बरामद कर किडनैपर पति-पत्नी को गिरफतार कर लिया। आरोपियों की पहचान गुरजीत सिंह गांव गुरुवाली व उसकी पत्नी सिमर कौर के रूप में हुई है। आरोपियों ने परिवार के सदस्यों को इंश्योरैंस के झांसे में लेकर 7-8 दिन के नवजात बच्चे को अगवा कर लिया था। आरोपी दंपति के बच्चे नहीं थे। जिसके चलते उन्होंने अपनी इच्छा पूरी करने के लिए बच्चा चुराने की योजना बनाई थी।
शिशु के मिलने से घरवालों में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने पुलिस के प्रयासों की सराहना करते पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल का धन्यवाद किया।पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 29 सितम्बर को सिविल अस्पताल में एक महिला बच्चे के घरवालों के पास इंश्योरैंस एजैंट बनकर आई थी और बच्चे की इंश्योरैंस करने का झांसा दिया तो बच्चे की दादी, बच्चे और पिता को हुसैनपुरा स्थित एक फोटोग्राफर की दुकान में ले गई। वहां फोटो खिंचवाते समय आरोपी महिला दादी से बच्चा लेकर दुकान से बाहर निकल गई, जहां उसका पति बाइक स्टार्ट कर इंतजार कर रहा था। इसके बाद आरोपी शिशु को लेकर फरार हो गए।
सी.पी. ने बताया कि इसके बाद एक टीम बनाई गई, जिसमें ए.डी.सी.पी. सिटी-3 हरपाल सिंह, ए.सी.पी. ईस्ट जसप्रीत सिंह, इंस्पैक्टर नीरज कुमार थाना ए डिवीजन, एस.एच.ओ. मकबूलपुरा इन्द्रजीत सिंह, एस.आई. तलविन्द्र सिंह ने आरोपियों को ह्यूमन व टैक्नीकल इंटैलीजैंस के तहत गिरफ्तार कर लिया।आरोपी पति-पत्नी ने बताया कि उनकी शादी 3 साल पहले हुई थी और गर्भवती होने पर बच्चा 6 माह बाद गिर जाता था। बच्चे की चाहत में उन्होंने अपराध किया। किडनैपर सिमरन कौर एम.ए. इकोनोमिक्स है। उसने कुछ वर्ष पहले इंश्योरैंस कंपनी में काम भी किया था। वहीं आरोपी गुरजीत सिंह अपना जिम चलाता है। गौर हो कि पंजाब केसरी ने अपनी खबर में पहले ही बता दिया था कि आरोपी ने भेष बदला हुआ था। वहीं पुलिस ने उसे पेश किया तो वह टोपी पहने हुए था न कि केस धारी।
भावुक हो गए पुलिस कमिश्नर
कमिश्नर पुलिस गिल नवजात शिशु को पारिवारिक सदस्यों को सौंपते समय भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जिस मां ने ब"ो को जन्म दिया होता है उसको उसकी कीमत पता होती है। उन्होंने कहा कि क्राइम में किडनैपिंग केस की महत्ता सबसे अधिक होती है, क्योंकि ऐसा केस सुलझ जाने पर कई लोगों को राहत की सांस मिलती है।