बच्चे को HIV पॉजिटिव खून चढ़ाने का मामला: सिविल सर्जन रिकार्ड सहित चंडीगढ़ तलब

Edited By Sunita sarangal,Updated: 20 Nov, 2020 03:08 PM

civil surgeon summoned chandigarh with record

वहीं गत दिवस चंडीगढ़ से जांच के लिए आई एड्स कंट्रोल सोसायटी की टीम ने जिन 4 टैक्निशियनों को मामले में लापरवाह.......

बठिंडा(विजय): सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में एक के बाद एक लापरवाही कर थैलेसीमिया पीड़ित 3 बच्चों व एक महिला को एच.आई.वी. संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में सेहत विभाग के सचिव हुसन लाल ने अपना बठिंडा दौरा भी रद्द करते हुए सिविल सर्जन बठिंडा को पूरा रिकार्ड लेकर चंडीगढ़ तलब किया है। इस बीच ब्लड बैंक बी.टी.ओ. डा. मयंक जैन का भी तबादला कर दिया गया है व उनके स्थान पर डा. रजिंद्र  कुमार की तैनाती की गई है। 

वहीं गत दिवस चंडीगढ़ से जांच के लिए आई एड्स कंट्रोल सोसायटी की टीम ने जिन 4 टैक्निशियनों को मामले में लापरवाह करार दिया था उनके खिलाफ सेहत विभाग पंजाब के पास कार्रवाई के लिए सिफारिश की है लेकिन वीरवार को उक्त चारों कर्मी सिविल अस्पताल में पूर्व की तरह अपनी ड्यूटी करते रहे। दूसरी तरफ सिविल अस्पताल में अनट्रेंड व सिफारिशी टैक्नीक्ल कर्मियों की भर्ती करने की आशंका के चलते ठेके पर काम कर रहे कर्मचारियों की कारगुजारी को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। 

इसमें रिप्लेसमैंट एजैंसी की तरफ से जिन कर्मचारियों को ठेके पर तैनात किया जाता है उनके पास जहां अनुभव की भारी कमी है व उन्हें तकनीकि ज्ञान की भी कमी है। इसी कारण सिविल अस्पताल में आए दिन लापरवाही हो रही है व मरीजों को बिना जांच पड़ताल के ही एच.आई.वी. रक्त चढ़ाया जा रहा है। 

प्रदेश बाल अधिकार रक्षा आयोग ने भी शुरू की मामले की जांच
इसके साथ ही थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एच.आई.वी. पॉजिटिव खून चढ़ाने के मामले में पंजाब राज्य बाल अधिकार रक्षा आयोग ने भी जांच शुरू कर दी है। वीरवार को आयोग के सदस्य सिविल अस्पताल बठिंडा पहुंचे जिनके सामने जिला प्रशासन व सेहत विभाग के कुछ अधिकारी पेश हुए। वरिष्ठ डा. गुरमेल सिंह जो जांच टीम के सदस्य है भी प्रतिनिधी के तौर पर शामिल हुए। 

मिली जानकारी के अनुसार आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पेश हुए अधिकारियों को आदेश जारी किए कि सभी बच्चों को दिए गए एच.आई. वी. पॉजिटिव खून के मामले में रिपोर्ट व कार्रवाई 26 नवम्बर तक आयोग के सामने पेश की जाए व इस संबंधी पुलिस को कार्रवाई करने के लिए लिखा जाए।

इस पर आयोग ने उठाए सवाल

  • तत्कालीन एल.टी. करिश्मा गोयल व ऋचा गोयल के विरुद्ध पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं की गई। स्वास्थ्य विभाग ने इन दोनो को बेशक इस लिए नौकरी से हटा दिया कि वह कन्टैक्ट बेसिक के तौर पर काम कर रही थी। 
  • संक्रमित खून चढ़ाते समय सी.सी.टी.वी. कैमरे की फुटेज हासिल क्यों नहीं की गई। 

एच.आई.वी. पॉजिटिव खून चढ़ाने की उच्च स्तरीय जांच हो : हरसिमरत बादल
इसी बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने बठिंडा सिविल अस्पताल प्रबंधन द्वारा थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों एच.आई.वी. संक्रमित खून चढ़ाने के मामले मे उच्च स्तरीय जांच की मांग की।

पूर्व केंद्रीय ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह से इस मामले में कार्रवाई न करने पर कहा ‘मैं बठिंडा सिविल अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से इस आपराधिक कृत्य में सभी दोषियों की तत्काल जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग करती हूं। उन्होंने दोषियों को जवाबदेह बनाए जाने और अनुकरणीय सजा की मांग करते हुए कहा कि केवल एक उच्चस्तरीय स्वतंत्र जांच ही यह तय कर सकती है कि इस घोर गलती को 6 महीने तक चलने की अनुमति कैसे दी गई और जिम्मेदार लोगों की पहचान की जाए।

डा. गुरमेल ने बताया कि इस संबंधी थाना प्रभारी से बातकर उन्हें आयोग का आदेश बता दिया है। थाना प्रभारी ने कहा कि मामले संबंधी कानूनी राए ली जा रही है रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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