Edited By Urmila,Updated: 19 Mar, 2023 11:55 AM

खालिस्तान समर्थक एवं पंजाब में सिख फॉर जस्टिस को चला रहे अमृतपाल सिंह व साथियों की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र व पंजाब की सुरक्षा एजैंसियां हाई अलर्ट पर आ चुकी हैं।
अमृतसर : खालिस्तान समर्थक एवं पंजाब में सिख फॉर जस्टिस को चला रहे अमृतपाल सिंह व साथियों की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र व पंजाब की सुरक्षा एजैंसियां हाई अलर्ट पर आ चुकी हैं। एक तरफ राज्य के हर शहर, कस्बे व गांव में भारी अर्धसैनिक बलों की तैनातियां कर दी गई है, वहीं दूसरी तरफ राज्य के माहौल को किसी तरह की भी आंच से बचाने के लिए इंटरनैट सेवाएं बंद कर दी गई है। यही नहीं अमृतपाल सिंह के गांव जल्लूपुर खेड़ा में भी भारी अर्ध-सैनिक बलों की भारी तैनाती कर उसे सील कर दिया गया है। अमृतपाल की गिरफ्तारी के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई, मगर अमृतसर में शुरू होने जा रहे दो दिवसीय जी-20 सम्मेलन को लेकर पुलिस किसी तरह काफी जोखिम उठाने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
क्या है मामला
अमृतपाल वारिस पंजाब के प्रमुख अमृतपाल सिंह के विरुद्ध 3 अपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 2 मामले जिला अमृतसर देहाती के थाना अजनाला में है। अमृतपाल ने 23 फरवरी को अपने एक करीबी की गिरफ्तारी से नाराज होकर सैकड़ों समर्थकों के साथ अजनाला थाने पर हमला किया था जिसके बाद पुलिस को अमृतपाल का साथ ही छोड़ना पड़ा, मगर इस पूरे प्रकरण के दौरान पंजाब पुलिस को भारी आलोचना सहनी पड़ी और किरकिरी का भी सामना करना पड़ा। 23 फरवरी के बाद से ही पंजाब सरकार एवं पुलिस प्रशासन अपनी साख बचाने में जुटा हुआ था। अजनाला थाने पर हुए हमले के बाद पंजाब के माहौल पर भी उंगलियां उठ रही थी, जिस कारण सरकार ठोस कदम उठाने की रणनीति तैयार कर रही थी, जिसे गत दिन अमलीजामा पहनाया गया। अजनाला थाना कांड के बाद से ही पुलिस ने अमृतपाल के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी थी, जिसमें पहले उसके कुछ साथियों के हथियारों के लाइसैंस रद्द किए गए और उसके बाद आज पूरे दलबल के साथ अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया। हालांकि देर रात तक अमृतपाल की गिरफ्तारी के बारे में पंजाब सरकार एवं पंजाब पुलिस द्वारा किसी तरह की भी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई, मगर बाद दोपहर से ही अमृतपाल की गिरफ्तारी की चर्चा शुरू हो गई थी।
अमृतपाल का साथी भगवंत गिरफ्तारी से पहले लाइव हुआ सोशल मीडिया पर
अमृतपाल के साथी भगवंत सिंह बाजेके की गिरफ्तारी से पहले वह सोशल मीडिया पर लाइव हो गया। खेतों में काम कर रहे भगवंत ने लाइव होकर पुलिस वालों को उसकी और बढ़ते हुए दिखाया।
कौन है अमृतपाल, किस तरह आया चर्चा में
अमृतसर से 40 किलोमीटर की दूरी पर बसा एक छोटा सा गांव जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला अमृतपाल सिंह 29 साल का नौजवान है। 2012 में अपने काम के सिलसिले में दुबई गया था, करीब 10 साल रहने के बाद अमृतपाल 2022 में दुबई से वापस भारत लौट आया। सितंबर 2022 में अमृतपाल सिंह को ''वारस पंजाब दे'' का मुखिया बना दिया गया, जिसके बाद अमृतपाल अपने बयानों के कारण चर्चा में आने लगा, 23 फरवरी अमृतपाल सिंह ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ थाना अजनाला पर कब्जा कर लिया था, हमले के बाद पंजाब पुलिस इस कदर दबाव में आ गई थी कि अमृतपाल के साथी लवप्रीत सिंह तूफान को रिहा करने का ऐलान किया गया था। अजनाला थाने की इस घटना ने पंजाब सरकार एवं पुलिस प्रशासन की कारगुजारी पर कई तरह के सवाल खड़े कर दिए थे। इस घटना के बाद पंजाब पुलिस लोगों पर से अपना विश्वास खो रही थी जिसे बहाल करने के लिए आज ऑप्रेशन अमृतपाल किया गया। फिलहाल पंजाब पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर रही कि अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरी तरफ पंजाब को सुरक्षा कवच में ले लिया गया है, ताकि इस बार इसी तरह की भी कोई चूक न हो सके। अब देखने वाली बात यह है कि अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस किस तरह से पंजाब को संभालती है।