फिल्लौर(भाखड़ी): अपने सोशल मीडिया अकाऊंट पर अनजान लड़कियों व महिलाओं के साथ दोस्ती कर नजदीकियां बढ़ाने के शौकीन सावधान हो जाएं। सोशल नैटवर्क पर महिलाओं का एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो पहले दोस्ती करती हैं, फिर वीडियो कॉलिंग के जरिए जिस्मानी संबंध बनाने के लिए आमंत्रित करती हैं और उसके बाद शुरू हो जाती है ब्लैकमेलिंग।
ऐसी महिलाएं या लड़कियां फेसबुक पर दोस्ती कर थोड़ी नजदीकियां बढऩे के बाद प्राइवेसी लीक न हो इसलिए मैसेंजर पर एस.एम.एस. के माध्यम से खुलकर बातें करनी शुरू कर देती हैं। उसके बाद वीडियो कॉल कर जिस्मानी संबंध बनाने के लिए आमंत्रित करती हैं। वे जहां खुद निर्वस्त्र हो जाती हैं, वहीं अपने शिकार के भी कपड़े उतरवा देती हैं। कुछ ही दिनों में वे अपने असली रूप में आ जाती हैं। जिस इंसान ने वीडियो कॉल के माध्यम से जिस्मानी संबंध बनाने की आहें भरी होती हैं, उसे उसकी वीडियो भेजकर रुपयों की मांग करने लगती हैं और ऐसा न करने पर उसकी वीडियो क्लिप उसके घर वालों को भेजने के अलावा समाज में वायरल करने की धमकियां देती हैं। यह भी पता चला है कि इस गिरोह के निशाने पर 40 वर्ष से अधिक आयु के लोग हैं जो समाज में अपना अच्छा-खासा रुतबा कायम कर चुके होते हैं और जिनके पास बदनामी से बचने के लिए देने हेतु मोटा धन भी होता है।
पुलिस अधिकारी, वकील व राजनेता की बना चुकी हैं अश्लील वीडियो
इस गिरोह की लड़कियां अभी तक एक बड़े पुलिस अधिकारी की अश्लील वीडियो बनाकर उसे वायरल कर चुकी हैं और पंजाब के ही 2 बड़े जिलों के एक वकील व एक राजनेता को अपने जाल में फंसाकर उनकी भी अश्लील वीडियो बना चुकी हैं जिन्हें वे अब डराकर उनसे मोटी रकम की मांग कर रही हैं। इनके जाल में से निकलने के लिए पीड़ितों द्वारा एक बड़े पुलिस अधिकारी के ध्यान में पूरा मामला लाया गया है।
नए शिकार को डराने के लिए भेजती हैं हाई प्रोफाइल शिकार की वीडियो
गिरोह की लड़कियां और महिलाएं इतनी शातिर हैं कि जिस किसी भी हाई प्रोफाइल (बड़े राजनेता या अधिकारी) लोगों की उन्होंने फोन पर जिस्मानी संबंध बनाने की वीडियो बनाई होती है, उसे नए शिकार को डराने के लिए उन्हें भेज देती हैं कि जब उन्होंने इस रुतबे पर बैठे व्यक्ति को नहीं बख्शा तो उसे कैसे छोड़ सकती हैं और साथ में यह भी बोल देती हैं कि उसने उनकी आखिरी किस्त नहीं भेजी थी जिसके बाद ही यह वीडियो वायरल की गई है।
पुलिस अधिकारी बनकर भी किया जाता है शिकार को फोन
गिरोह इतना शातिर है कि शिकार को अपने जाल में फंसाकर उनसे रुपयों की मांग करने के पश्चात अगर व्यक्ति कुछ दिनों के लिए उनसे बात करना बंद कर देता है तो बाद में व्यक्ति को जो फोन आता है, उसमें आगे से बोलने वाला कोई पुलिस अधिकारी होता है जो स्पष्ट कहता है कि महिला ने उसके खिलाफ शारीरिक शोषण के आरोप लगाते हुए उसकी फिल्म भी दिखाई है। वह स्वयं ही मसला सुलझा ले नहीं तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
गिरोह मुम्बई या फिर विदेश से चला रहा है नैटवर्क
सूत्रों से यह भी पता चला है कि ये लड़कियां या तो मुम्बई या फिर विदेश में बैठ कर अपना नैटवर्क चला रही हैं क्योंकि पुलिस ने शिकायत के बाद जांच की तो पूरी तरह से कुछ पता नहीं चल पाया कि गिरोह देश के किस हिस्से से अपना नैटवर्क चला रहा है। इतना जरूर है उनके शिकार कई ऊंचे पदों पर बैठे लोग हो चुके हैं जो बदनामी के डर से सामने नहीं आ रहे।
नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, पुलिस लाइन में जलाई गई 97 किलो चरस
NEXT STORY