Edited By Tania pathak,Updated: 07 Aug, 2020 03:27 PM
जहरीली शराब मामले में राज्य सरकार की आलोचना को लेकर वीरवार को राज्यसभा सदस्यों प्रताप सिंह बाजवा तथा शमशेर सिंह दुलो को तत्काल कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग...
पंजाब: कोरोना संकट के बीच पंजाब में एक और बड़ी त्रासदी के बाद कैप्टन सरकार हर तरफ से घिरी हुई है। जहरीली शराब कांड से अब तक लगभग 111 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में ये मामला अभी ठंडा होता नजर नहीं आ रहा। सियासत ने इसको और भुनाने का काम किया है। राज्य सरकार पर विपक्ष के साथ-साथ उनके खुद के नेताओं ने भी सवाल खड़े करने शुरू कर दिए है। पंजाब की राजनीति में गर्म मुद्दा बन चुकी ये त्रासदी अब किसी बड़ी उथल-पुथल की ओर इशारा कर रही है।
जहरीली शराब मामले में राज्य सरकार की आलोचना को लेकर वीरवार को राज्यसभा सदस्यों प्रताप सिंह बाजवा तथा शमशेर सिंह दुलो को तत्काल कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग की। मंत्रियों ने एक प्रेस बयान में सांसदों के आचरण को "घोर अनुशासनहीनता" बताया और कहा कि उनके लिए पार्टी का कोई महत्व नहीं बचा है। मंत्रियों ने कहा कि उन्हें बाहर निकालने की जरूरत है। पंजाब कांग्रेस के प्रमुख सुनील जाखड़ ने दो दिन पहले कहा था कि वह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखेंगे कि उनके खिलाफ अनुशासनहीनता को लेकर सख्त कार्रवाई की जाए।
ये मामला अब पंजाब की सियासत में तूल पकड़ता नजर आ रहा है। पंजाब में विधानसभा चुनाव में लगभग 2 साल का समय रह गया है। इससे पहले भी राजस्थान में कांग्रेस की स्थिति पर बहुत बवाल हो चुका है,अब पंजाब में भी यही हालत रहे तो चुनाव के समय कांग्रेस की परेशानी बढ़ सकती है।