Edited By Vatika,Updated: 14 May, 2022 11:39 AM

जिन 2 नेताओं के दम पर कांग्रेस ने हालिया विधानसभा चुनाव जीतने की कोशिश की थी
चंडीगढ़ (हरिश्चंद्र): जिन 2 नेताओं के दम पर कांग्रेस ने हालिया विधानसभा चुनाव जीतने की कोशिश की थी, उन दोनों से ही पार्टी ने अब दूरी बना ली है। उदयपुर में 13 से 15 मई तक होने वाले कांग्रेस के चिंतन शिविर में इन दोनों ही नेताओं को आमंत्रित नहीं किया गया। वर्ष 2021 में पंजाब में किए गए बड़े बदलाव के चलते राहुल-प्रियंका के खासमखास नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस प्रधान और कुछ समय बाद चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया था।

चन्नी को तो पार्टी ने देशभर में बड़े दलित चेहरे के रूप में उभारने की कोशिश भी की थी, लेकिन वह अपनी चमकौर साहिब सीट के साथ ही भदौड़ सीट से भी बुरी तरह चुनाव हार गए। नवजोत सिंह सिद्धू को भी पहली चुनावी हार अपनी अमृतसर पूर्वी सीट से मिली जबकि वह 2004 से राजनीतिक रूप से अमृतसर से जुड़े हैं। पार्टी में एक बड़ा वर्ग सिद्धू को प्रधान बनाने के समय से ही कहता आया है कि दूसरे दल से आए किसी नेता को इतनी जल्दी संगठन का जिम्मा नहीं सौंपा जाना चाहिए था। खास बात यह है कि 2018 के कांग्रेस अधिवेशन में नवजोत सिद्धू को मंच से बोलने का समय भी मिला था और उन्होंने मनमोहन सिंह, सोनिया व राहुल गांधी के खूब कसीदे गढ़ते हुए लंबा भाषण भी वहां दिया था।