Edited By Kalash,Updated: 24 Sep, 2023 09:41 AM
गांव रामपुर गोरे के टूटे हुए बांध को जोड़ने के लिए सेवा में लगे संत बाबा सुक्खा सिंह सरहाली वाले और संगत पर उस समय दुख का पहाड़ टूट पड़ा
सुल्तानपुर लोधी : गांव रामपुर गोरे के टूटे हुए बांध को जोड़ने के लिए सेवा में लगे संत बाबा सुक्खा सिंह सरहाली वाले और संगत पर उस समय दुख का पहाड़ टूट पड़ा, जब गांव निवासियों के साथ सेवा में लगे 2 मासूम बच्चे खेलते-खेलते बाढ़ के कारण बने गड्ढे में जा गिरे, जिन्हें सिविल अस्पताल लाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई। किसान नेता परमजीत सिंह बाऊपुर, सरपंच जगदीश सिंह, सरपंच गुरमीत सिंह बाऊपुर ने बताया कि शनिवार हम सभी गांव निवासी खुश थे क्योंकि संत बाबा सुक्खा सिंह ने बताया कि बांध को बांधने वाली सेवा आज मुकम्मल कर ली जाएगी जिससे गांव निवासियों को बहुत राहत मिलेगी।
उन्होंने बताया कि गांव निवासी पूरे जोश से बांध को पूरा करने में लगे हुए थे और लंगर बांटते समय भी 2 बच्चे गुरबीर सिंह उर्फ गोरा पुत्र सतनाम सिंह और समरप्रीत सिंह पुत्र राम सिंह दोनो गांव रामपुर गोरा भी नजदीक खेलते-खेलते एक ओर बाढ़ के कारण बने गड्ढे को देख न पाए और उसमें गिर पड़े। बच्चों के माता-पिता द्वारा जब कुछ देर बच्चे दिखाई नहीं दिए तो सभी ने उनकी तलाश शुरू कर दी और नजदीक ही उनके पैरों के निशान से देखकर एक गड्ढे में जब देखा तो वह पानी में डूबे हुए थे। उन्होंने बताया कि बच्चों को तुरंत बाबा जसपाल सिंह नीला और गुरुद्वारा बेबे नानकी के मैनेजर जसवंत सिंह नंझा की सहायता से जीप में सिविल अस्पताल लाया गया, जहां एस.एम.ओ. डा. रविन्द्र पाल शुभ द्वारा पूरी डाक्टर्ज की टीम के साथ उनको बचाने के प्रयास किए, परंतु आखिर में डाक्टरों द्वारा उनको मृतक करार दे दिया।
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रमुख सुल्तानपुर लोधी लखविन्द्र सिंह टूरना, एस.एच.ओ. कबीरपुर वरिन्द्र सिंह सचदेवा मौके पर पहुंच गए। एस.एच.ओ. लखविन्दर सिंह व वरिन्दर सिंह ने बताया कि बहुत दुखद घटना हुई है और अब जिस प्रकार परिवार के सदस्य कहेंगे, अगली कार्रवाई उसी के आधार पर की जाएगी। बताया जाता है कि मृतक बच्चों में एक लड़का अपने माता-पिता का एकलौता था, जिसकी तीन बहने हैं और दूसरे परिवार में उसका एक भाई है।
गांव निवासियों सरपंच जगदीप सिंह, परमजीत सिंह बाऊपुर व अन्यों ने इस दुखद व दिल को दहला देने वाली घटना के लिए सरकार व प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा कर रोष जाहिर किया। उन्होंने बताया कि यदि सरकार व प्रशासन ने बांध को जोड़ने की कार्रवाई खुद की होती तो शायद यह हादसा न घटित होता। उन्होंने बताया कि गत 3 महीनों से हम बाढ़ की मार झेल रहे हैं। हमारा सब कुछ बर्बाद हो गया है परंतु सरकार व प्रशासन का कोई भी व्यक्ति सुध नहीं लेने पहुंचा। उन्होंने बताया जिन परिवारों पर यह हादसा घटित हुआ है, वह पहले ही बाढ़ की मार झेलने के कारण फसल व घर खो चुके हैं।
विधायक राणा इन्द्रप्रताप सिंह खबर मिलते ही पहुंचे सिविल अस्पताल
मंड क्षेत्र में घटित दुखदायी घटना की खबर मिलते ही विधायक राणा इन्द्र प्रताप सिंह तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचे और उनकी ओर से दुखी परिवार के साथ दुख सांझा करते हुए इस घटना को बहुत ही दुखद और अफसोसजनक बताया। उन्होंने बताया कि वह और उसका परिवार इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ा है और जो भी संभव सहायता होगी, वह पहुंचाई जाएगी। इस अवसर पर उनके साथ नगर कौंसिल अध्यक्ष दीपक धीर राजू, गुरदीप सिंह शहीद, अमरजीत सिंह खिंड़ा आदि उपस्थित थे।
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