Edited By Vatika,Updated: 16 Jul, 2019 03:48 PM
बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए बनाई गई डेयरियों की शिफ्टिंग संबंधी योजना के तहत मेयर-कमिश्नर द्वारा सोमवार को नई साइटों का दौरा किया गया।
लुधियाना (हितेश): बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए बनाई गई डेयरियों की शिफ्टिंग संबंधी योजना के तहत मेयर-कमिश्नर द्वारा सोमवार को नई साइटों का दौरा किया गया। उनके साथ कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी ममता व कई डेयरी मालिक भी थे।
इस मामले में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा नगर निगम के सीवरेज व ट्रीटमैंट प्लांट से साफ किए बिना छोड़े जा रहे पानी के अलावा डेयरियों के गोबर को बुड्ढे नाले के प्रदूषण की मुख्य वजह बताया जा रहा है। इसका समाधान करने के लिए डेयरियों में गोबर को पानी से अलग करने की योजना भी लागू की गई। लेकिन उस पर अमल न होने की वजह से गोबर अब भी सीवरेज या सीधे तौर पर नाले में गिर रहा है।
इसके मद्देनजर डेयरी कॉम्पलैक्स के लिए अलग से इफुलेंट ट्रीटमैंट लगाने का फैसला करने सहित डेयरी मालिकों को गोबर गिराने की सूरत में कनैक्शन काटने या सीलिंग की कार्रवाई करने के नोटिस जारी किए गए हैं। इसके अलावा डेयरियों को शिफ्ट करने की योजना पर भी काफी समय से काम चल रहा है जिसे लेकर पिछले दिनों मंत्री आशु द्वारा मेयर-कमिश्नर की हाजिरी में डेयरी मालिकों के साथ मीटिंग की गई थी। इस दौरान ज्यादातर डेयरी मालिकों ने शिफ्टिंग को लेकर सहमति देने के साथ ही कई नई साइटों का सुझाव दिया था, जिनमें से गोरसियां कादर बख्श व वलीपुर में मेयर-कमिश्नर द्वारा सोमवार को विजिट की गई।
मालिकों को चाहिए चेंज ऑफ लैंड की मंजूरी
शिफ्टिंग के लिए राजी होने वाले डेयरी मालिकों ने अपनी पुरानी जगह के लिए चेंज ऑफ लैंड की मंजूरी मांगी है ताकि वहां कोई कमर्शियल या इंडस्ट्रियल यूनिट लगाया जा सके। मेयर बलकार संधू द्वारा पिछले दिनों लोकल बॉडीज व टाऊन प्लानिंग विभाग के प्रिंसीपल सैक्रेटरी से मुलाकात कर डेयरी कॉम्पलैक्स को मिक्स लैंड यूज कैटेगरी में शामिल करने की सिफारिश की गई है, जिसे उनके द्वारा काफी हद तक स्वीकार करने की बात कही जा रही है।