Edited By swetha,Updated: 25 Jun, 2019 12:16 PM

अमरीका के वॉशिंगटन डी.सी. में खालिस्तानी समर्थक रैफरैंडम-2020 को बढ़ावा देने वाले सिख फॉर जस्टिस ग्रुप के लीगल एडवाइजर गुरपतवंत सिंह पन्नू का ऑफिशियल ट्विटर अकाऊंट सस्पैंड करने का मामला गर्माता नजर आ रहा है, जिसको लेकर ट्विटर पर रैफरैंडम-2020 के...
जालंधर(स.ह.): अमरीका के वॉशिंगटन डी.सी. में खालिस्तानी समर्थक रैफरैंडम-2020 को बढ़ावा देने वाले सिख फॉर जस्टिस ग्रुप के लीगल एडवाइजर गुरपतवंत सिंह पन्नू का ऑफिशियल ट्विटर अकाऊंट सस्पैंड करने का मामला गर्माता नजर आ रहा है, जिसको लेकर ट्विटर पर रैफरैंडम-2020 के समर्थकों ने भारत सरकार के खिलाफ पोस्टें डालनी शुरू कर दी हैं। दरअसल, पिछले दिनों सिख फॉर जस्टिस के लीगल एडवाइजर पन्नू ने भारत सरकार के साथ-साथ खालिस्तान समर्थकों के हक में काफी बार पोस्ट डाली थी। उसने 6 जून को वॉशिंगटन डी.सी. में खालिस्तान के समर्थन में रैली भी करवाई थी। इसमें पंजाब पुलिस के मुलाजिमों को लुभाने के लिए ग्रुप की ओर से फ्री स्पॉन्सरशिप के बारे जिक्र भी किया गया था।
ट्विटर ने अकाऊंट को बैन करने के बारे तर्क दिया है कि उन्होंने भारत सरकार के कानूनों की उल्लंघन की है, जिस कारण लीगल एडवाइजर पन्नू के ऑफिशियल अकाऊंट को बैन कर दिया गया है। गौरतलब है कि वॉशिंगटन डी.सी. में 6 जून, 1984 में हुए कत्लेआम को लेकर खालिस्तान की मांग की लहर को दोबारा प्रबल करने के लिए सिख फॉर जस्टिस ग्रुप ने विगत दिनों रैली की थी, जिसमें उक्त ग्रुप की ओर से खालिस्तान की वापसी के संबंध में की जाने वाली मांग पंजाब सरकार के लिए काफी खतरा मानी जा रही है, जिसको लेकर पंजाब सरकार की ओर से ग्रुप के लीगल एडवाइजर गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ इंटरपोल के माध्यम से अरेस्ट वारंट इश्यू करवाकर गिरफ्तारी की भी मांग की गई थी। हालांकि इस संबंध में गुरपतवंत सिंह पन्नू को क्लीनचिट मिल गई थी।
आतंकियों की सूची कनाडा को सौंप चुके हैं कैप्टन
रैफरैंडम-2020 अभियान की अगुवाई करने के लिए नियुक्त वांछित खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के संबंध में मीडिया की रिपोर्ट पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा था कि कनाडा सिख कट्टरपंथियों की लगातार मदद कर रहा है, जो अच्छी बात नहीं है। गौरतलब है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के फरवरी-2018 में भारत आने पर अमृतसर में हुई मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने उनको वांछित आतंकियों की जो सूची सौंपी थी, उसमें हरदीप सिंह निज्जर का भी नाम है, जो खालिस्तान समर्थक होने के साथ-साथ रैफरैंडम-2020 से भी जुड़ा है।
ऐसे हुई शुरूआत रैफरैंडम-2020 की
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पुलिस ने विभिन्न हिस्सों में आतंकियों से जुड़े 20 मॉड्यूल्स को बेनकाब कर चुकी है। इनसे हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए हैं। आपको बता दें कि 13 जून 2014 को न्यूयार्क स्थित खालिस्तान समर्थित सिख फॉर जस्टिस ने रैफरैंडम-2020 मुहिम के समर्थन में पहली रैली की थी। उसके बाद 6 जून 2015 को ऑप्रेशन ब्लू स्टार की बरसी पर पहली बार अमृतसर के श्री दरबार साहिब में (प्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर) देश विरोधी गुट द्वारा खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए गए थे।
कॉरीडोर को मकसद का पुल बताते हैं खालिस्तानी समर्थक
सिख फॉर जस्टिस ने इस करतारपुर कॉरीडोर के निर्माण को खालिस्तान के लिए पुल बताया है। यही नहीं करतारपुर में कॉरीडोर उद्घाटन समारोह में खालिस्तान जनमत के साथ गोपाल चावला की तरफ से बधाई से संबंधित पोस्टर भी लगे थे। कुख्यात खालिस्तान समर्थक चावला को हाफिज सईद और आई.एस.आई. का करीबी माना जाता है। यही वजह है कि श्री गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती पर पाकिस्तान में करतारपुर साहिब सम्मेलन-2019 आयोजित करने की योजना बना चुका है। इस पर गहन चिंतन करने की आवश्यकता है, नहीं तो पंजाब बुरी तरह से आतंक की गिरफ्त में आ सकता है।
पंजाब में वारदातें और पोस्टर
- 27 जुलाई 2015 को आतंकियों ने गुरदासपुर में एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया, जिसमें गुरदासपुर के एस.पी. सहित 7 लोगों की मौत हो गई।
- 2 जनवरी 2016 को आतंकवादियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया। इस हमले में 7 जवान शहीद हो गए और 6 आतंकी मारे गए। 2016 से पंजाब के मोहाली, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, बरनाला, गुरदासपुर, पटियाला, मोगा, अमृतसर, होशियारपुर व तरनतारन में खालिस्तान और रैफरैंडम-2020 के समर्थन में पोस्टर लगाने के कई मामले सामने आए हैं।
ये भी हैं मामले
- अगस्त 2018 को सिख फॉर जस्टिस ने लंदन के ट्राफलगर स्क्वायर में रैफरैंडम-2020 को कामयाब बनाने के लिए रैली की।
- 15 सितम्बर 2018 को पंजाब के जालंधर जिले के मकसूदां थाने में 4 धमाके हुए थे।
- 10 अक्तूबर 2018 को पंजाब पुलिस व जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त ऑप्रेशन में जालंधर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से 3 कश्मीरी छात्र गिरफ्तार किए। उनके पास से ए.के. 56 और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए थे।