Edited By Bhupinder Ratta,Updated: 26 Aug, 2019 10:36 AM
बरसात के मौसम के मद्देनजर यूं तो सिविल सर्जन कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी लोगों को निर्देश देते रहते हैं कि अपने आसपास एवं घरों व दफ्तरों इत्यादि में साफ-सफाई रखें तथा पानी खड़ा न होने दें
जालंधर(रत्ता): बरसात के मौसम के मद्देनजर यूं तो सिविल सर्जन कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी लोगों को निर्देश देते रहते हैं कि अपने आसपास एवं घरों व दफ्तरों इत्यादि में साफ-सफाई रखें तथा पानी खड़ा न होने दें जबकि लगता है कि इन अधिकारियों का ध्यान अपने दफ्तर की ओर शायद बिल्कुल भी नहीं है। इस कार्यालय में आने वाला हर बाहरी व्यक्ति कार्यालय की दशा देख कर अवश्य सोचता होगा जो अधिकारी आम जनता को निर्देश देते रहते हैं, वे अपने दफ्तर की ओर कब ध्यान देंगे।
इसी कार्यालय में स्थित जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डी.एच.ओ.) के कमरे के पीछे उगी हुई बड़ी-बड़ी घास एवं झाडिय़ां सिविल सर्जन कार्यालय की दुर्दशा खुद बयां कर रही हैं। इस घास में न केवल कीट-पतंगे पैदा होते हैं बल्कि जहरीले जीव-जंतु भी पैदा होने का खतरा बरकरार रहता है। यही बस नहीं अब तो दफ्तर के स्टाफ ने इसी जगह पर कबाड़ व कूड़ा-कर्कट भी फैंकना शुरू कर दिया है।
प्रांगण में पड़े हैं स्टाफ के कंडम हुए मोटरसाइकिल
इस कार्यालय के प्रांगण में साफ-सफाई करने या करवाने की ओर स्टाफ या अधिकारियों ने ध्यान तो क्या देना है बल्कि उनके अपने कंडम हो चुके मोटरसाइकिल भी वर्षों से इसी प्रांगण में पड़े हैं। यही मोटरसाइकिल अगर किसी आम व्यक्ति के होते तो शायद वह इन्हें कब का कबाड़ी को बेच कर पैसे ले चुका होता लेकिन यह तो सरकारी बाबुओं के हैं और लगता है उन्हें पैसों की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है।
साफ-सफाई से दूर-दूर तक का कार्यालय से नहीं है कोई रिश्ता
इस कार्यालय के प्रांगण की दशा देख कर साफ पता चलता है कि इस कार्यालय का साफ-सफाई से दूर-दूर तक का कोई रिश्ता नहीं है। हल्की-सी बरसात होने पर इस कार्यालय के प्रांगण में पानी इकट्ठा हो जाता है जोकि कई-कई दिन तक खड़ा रहने के कारण मच्छरों के पैदा होने का जरिया बन जाता है।
पीने वाले पानी के कूलरों के पास भी जमी रहती है काई
इसी कार्यालय के प्रांगण में लगे पीने के पानी के कूलरों के आसपास भी इतनी काई जमी है कि उसे देख कर आम आदमी तो कभी पानी न पिए जबकि दफ्तर का स्टाफ इन्हीं कूलरों से पानी भर कर पीता रहता है।