Edited By swetha,Updated: 11 Feb, 2020 12:18 PM
नई प्रणाली को लागू करने का मकसद भ्रष्टाचार को कम करना
जालंधर(नरेंद्र मोहन): डिजिटल प्रक्रिया को तेजी से लागू कर रहा पंजाब का ट्रांसपोर्ट विभाग अब जल्द ही सरकारी बसों में टिकटों की बिक्री ए.टी.एम.-पे टी.एम. द्वारा करने के लिए ई.टी.एम. (इलैक्ट्रोनिक्स टिकट मशीन) प्रणाली को लागू करने की तैयारी में है। ट्रांसपोर्ट विभाग द्वारा इस प्रणाली को लागू करने के लिए ट्रायल जारी है, ट्रायल प्रक्रिया पूरी होने के बाद ट्रांसपोर्ट विभाग इन मशीनों को बसों में लागू करने वाली कम्पनी को इस मशीनों में कुछ परिवर्तन करके भेजने के लिए कहा है, ताकि इन्हें शीघ्र पूरे राज्य में लागू कर सकें।
केंद्र सरकार की तरह इस प्रक्रिया को लागू करने में पंजाब का परिवहन विभाग भी अब अपने कदम आगे बढ़ा रहा है और पंजाब ये सब प्रयास अपने दम पर ही करने जा रहा है। पंजाब की सरकारी बसों में जल्द ही अब टिकट बांटने वाली मशीनें नई तकनीकी सुधार के साथ पेश करने की तैयारी है। पंजाब सरकार की पैप्सू रोडवेज ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन, पंजाब रोडवेज और पनबस की बसों में जी.पी.एस., पैनिक बटन, बसों के दरवाजे, टिकटों की ऑनलाइन बिक्री समेत अनेक प्रकार के सुधार किए हैं और उन्हें लागू भी किया है।
ई.टी.एम. में सिम कार्ड लगा होगा जिसके जरिए यानी यात्री टिकटों की खरीद नकद करने की बजाय भुगतान ए.टी.एम.-पे टी.एम. के माध्यम से परिचालकों को सकेंगे। माइक्रो एफ.एक्स. कम्पनी द्वारा तैयार की गई ई.टी.एम. को तजुर्बे के लिए मंगवाया गया था। करीब 40 मशीनों से इस नई प्रणाली को लागू करने का ट्रायल किया जा रहा है जो लगभग पूरा हो चुका है। अन्य सभी बातों को छोड़कर इन मशीनों में मुख्य समस्या नैटवर्क की थी। ट्रांसपोर्ट विभाग ने तकनीकी कम्पनी को मशीनों में नया ऐसा सॉफ्टवेयर डालने के लिए कहा है जिससे मशीनों पर इंटरनैट की स्पीड बेहद कम होने पर भी लोड न पड़े और वह चलती रहे। कम्पनी की तरफ से इसकी सहमति भी आ गई है और नए सॉफ्टवेयर बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
नई प्रणाली को लागू करने का मकसद भ्रष्टाचार को कम करना
ट्रांसपोर्ट विभाग पंजाब के डायरैक्टर भूपिंद्र सिंह का कहना था कि इस नई प्रणाली को लागू करने का मकसद डिजीटल प्रक्रिया में शामिल होना, भ्रष्टाचार को जीरो लैवल पर ले आना और लोगों को सुविधाएं देना है। उनका कहना था कि संबंधित कम्पनी नैटवर्क की समस्या को दूर करने के लिए नया सॉफ्टवेयर तैयार कर रही है और कोशिश है कि इस नई प्रणाली को शीघ्र लागू किया जाए।