Edited By Vatika,Updated: 17 Jan, 2020 12:49 PM
शिरोमणि अकाली दल से ‘सिद्धांतों की लड़ाई’ के नाम पर बगावत कर चुके पूर्व वित्त मंत्री परमिंद्र सिंह ढींडसा ने आज लहरागागा में अपने समर्थकों को संबोधित किया।
लहरागागा(गर्ग): शिरोमणि अकाली दल से ‘सिद्धांतों की लड़ाई’ के नाम पर बगावत कर चुके पूर्व वित्त मंत्री परमिंद्र सिंह ढींडसा ने आज लहरागागा में अपने समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ढींडसा परिवार अपने सिद्धांतों की लड़ाई के चलते सुखबीर बादल से कोई समझौता नहीं करेगा। शिरोमणि अकाली दल का पंच प्रधानी सिद्धांत था, जिससे अकाली दल डिक्टेटरशिप करके भटक गया। उन्होंने लोगों से सहयोग की मांग करते हुए कहा कि लहरागागा से शुरू हुआ मिशन समूचे पंजाब में लोक लहर का रूप धारण करेगा।
इसके उपरांत पत्रकारों से बातचीत में ढींडसा ने कहा कि हम निजी लाभ की लड़ाई नहीं लड़ते इसलिए सुखबीर बादल के साथ किसी भी कीमत पर समझौते का सवाल ही पैदा नहीं होता। वह सभी पार्टियों के नेताओं (खैहरा, बैंस ब्रदर्स, नाराज कांग्रेसी, टकसाली नेताओं व अन्य) को साथ लेकर सिद्धांतों की लड़ाई जारी रखेंगे। सरना भाइयों व अन्य टकसाली नेताओं द्वारा 18 जनवरी को दिल्ली में रखी गई रैली में वह शामिल होंगे तथा दिल्ली चुनाव में किस पार्टी का समर्थन करना है, इस पर सभी नेताओं की सहमति से फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने श्री हरिमंदिर साहिब से गुरबाणी के प्रसार में बादलों के एकाधिकार की निंदा करते हुए कहा कि इस कार्य को एस.जी.पी.सी. को अपने अधिकार क्षेत्र में लेना चाहिए। नई पार्टी बनाने या अन्य किसी पार्टी में जाने संबंधी उन्होंने कहा कि इस पर फैसला सभी नेताओं की सहमति से लिया जाएगा। आने वाले समय में एस.जी.पी.सी. को भी बुलंदियों पर लेकर जाना है।