Edited By Urmila,Updated: 20 Dec, 2021 01:11 PM

किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर लगातार धरने लगाए जा रहे हैं। पंजाब सरकार के खिलाफ रोष-प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। वहीं आज किसानों रेल रोकों आंदोलन की शुरूआत कर दी गई है।
अमृतसर (गुरिंदर सागर): किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर लगातार धरने लगाए जा रहे हैं। पंजाब सरकार के खिलाफ रोष-प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। वहीं आज किसानों रेल रोकों आंदोलन की शुरूआत कर दी गई है। किसानों ने अब केंद्र सरकार के बाद पंजाब सरकार के खिलाफ किसानों ने अपना मोर्चा खोल दिया है और उन्हें आड़े हाथो लिया है।
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जानकारी के अनुसार आज पंजाब में 4 जगहों पर किसानों की तरफ से रेल रोको आंदोलन शुरू किया गया है। मीडिया से बात करते हुए किसान लीडर सरवन सिंह पंदेर ने कहा कि फिरोजपुर बस्ती टंका वाली, टांडा होशियारपुर, अमृतसर-दिल्ली व तरतारन स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन शुरू किया गया है। उनकी पंजाब सरकार के मांग है कि उन्होंने जो मांगें मानी है उन पर अमल किया जाए। उन्होंने कहा कि नशे से नौजवान मर रहे हैं और पंजाब में बेरोजगारी एक बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ। सरकार द्वारा किसानों के कर्जे माफ करने को लेकर आश्वासन दिया गया था। इसके अलावा फसलों का मुआवजा देने की भी बात कही थी लेकिन उन पर अमल नहीं किया गया जिसे लेकर किसानों ने आज रेल रोको आंदोलन शुरू किया है।
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दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि उनकी सरकार आने पर 13 फसलों पर एम.एस.पी. दी जाएगी जिस पर तंज कसते हुए किसानों ने कहा कि पहले पंजाब सरकार मानी हुई मांगें तो पूरी करें। पहले प्रशासन ने 23 तारीख को 32 जत्थेबंदियों के साथ मीटिंग रखी थी। उन्होंने पूछा कि क्या शहीदों के लिए भी मीटिंग की जाएगी। पंजाब सरकार नशों, बेरोजगारी व दिल्ली में जो शहीद हुए हैं उनके नाम पर वोटें लेना चाहती हैं परंतु न तो पंजाब सरकार ने शहीद परिवारों को अभी तक नौकरियां दी हैं और न ही मुआवजा।
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