Edited By swetha,Updated: 24 Jul, 2019 08:34 AM
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ ने आर.टी.आई.के माध्यम से हुए खुलासे जिसमें 2018 व 2019 के पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के 10वीं कक्षा
अमृतसर(कमल): भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ ने आर.टी.आई.के माध्यम से हुए खुलासे जिसमें 2018 व 2019 के पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के 10वीं कक्षा के रिजल्ट को बेहतर बनाने के लिए अक्षम बच्चों को पास करने व अपनी झूठी, फरेबी वाहवाही लूटने के प्रयासों को गम्भीर अपराध बताते हुए इसकी सी.बी.आई. से जांच करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि पंजाब के विद्यार्थियों के जीवन से खिलवाड़ व कुठाराघात अशोभनीय है। चुघ ने कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री के कार्यकाल में हुई इस गड़बड़ी से मंत्री अनभिज्ञ नहीं हो सकते।
उन्होंने कहा कि साल 2018 में शिक्षा बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में 46.29 पास हुए थे जिसे बढ़ा कर 62.10 प्रतिशत किया गया एवं 2019 में 76.49 प्रतिशत पास हुए, जिसे बढ़ा 85.56 कर दिया गया। चुघ ने कहा की तत्कालीन मंत्री ने अपना राजनीतिक कद व मलाईदार मंत्रालय बचाने के लिए माडरेशन पालिसी के अधीन पंजाब के बच्चों के उज्वल भविष्य को दांव पर लगाने में गुरेज नहीं किया।
उन्होंने कहा कि जब 2019 में 76.49 प्रतिशत 10वीं के बच्चे पास हो गए थे तब माडरेशन के नाम पर 85.56 प्रतिशत क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अपने मंत्रीमंडल में शिक्षा जैसे मंत्रालय में हुए घपले पर अभी तक मौन क्यों बैठे हैं। चुघ ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह मंत्रियों की कारगुजारी आंकने में दोहरे मापदंड अपना कर अपने चेहते मंत्रियों की कारगुजारी पर खामोश रह कर अपनी मूक सहमति देने से बाज आए।
उन्होंने कहा कि इसी अवधि में स्कूली बच्चों को वर्दियां देने के मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं जिसे सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली थी। चुघ ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह शिक्षा विभाग जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय में पंजाब के नौनिहाल छात्रों के भविष्य के साथ अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए हो रही धाधलियों व बच्चों के अभिभावकों को गुमराह करने की सिख को बंद करने के आदेश देकर इस मामले मामले की सी.बी.आई.से जांच करवाएं।