Edited By Tania pathak,Updated: 03 Jul, 2020 03:16 PM
उत्तराखंड प्रशासन के साथ संपर्क कर यात्रा संबंधी पूरी जानकारी ली गई, ऐसे में मौजूदा हालातो को देखते हुए इस बार कांवड़ यात्रा संभव नहीं है, अगर कोई कांवड़िया संघ आने की कोशिश करेगा तो उसे उत्तरप्रदेश या उत्तराखंड की सरहद पर ही रोक कर सरकार की तरफ से...
तपा मंडी (मेशी): पंजाब के महांकावड़ संघ की एक विशेष बैठक संघ के राज्य प्रधान तरलोचन बांसल और राकेश चीमा के नेतृत्व अधीन हुई, जिसमें इस साल सावन मास की आगामी शिवरात्रि संबंधी कांवड़ यात्रा के बारे में विचार चर्चा की गई। इस दौरान उत्तराखंड प्रशासन के साथ संपर्क कर यात्रा संबंधी पूरी जानकारी ली गई, ऐसे में मौजूदा हालातो को देखते हुए इस बार कांवड़ यात्रा संभव नहीं है, अगर कोई कांवड़िया संघ आने की कोशिश करेगा तो उसे उत्तरप्रदेश या उत्तराखंड की सरहद पर ही रोक कर सरकार की तरफ से पहले ही निर्धारित किसी होटल जा धर्मशाला में 14 दिन के लिए एकांतवास करने, रहने और खाने पीने का खर्चा भी वसूला जायेगा।
ज़िला मैजिस्ट्रेट सी.के.निवासन ने मीटिंग में हरियाणा, यू.पी और उत्तराखंड में कांवड़ भरने के लिए इस्तेमाल करे समान पर पूर्ण तौर पर पाबंदी लगा दी है, उन्होंने बताया कि सड़क पर भंडारा या कैंप लगाने वालों खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही होगी। महांकावड़ संघ की टीम ने फ़ैसला किया कि कोरोना महामारी को देखते हुए अपने परिवार और समाज की भलाई के लिए कांवड़ यात्रा नहीं जाएगी। उन्होंने सभी से अपील करते कहा कि कानून का उल्लंघन करने की कोशिश न की जाए और अपने घरों में रह कर भोलेनाथ की पूजा-पाठ और शहरों के शिव मंदिरों में जल अभिषेक किया जाए।