Edited By Urmila,Updated: 29 Mar, 2023 07:32 PM

सरकारी स्कूलों के अध्यापक आज कल एक अजीबो-गरीब उहोपोह में फंसे हुए हैं।
लुधियाना (विक्की) : सरकारी स्कूलों के अध्यापक आज कल एक अजीबो-गरीब उहोपोह में फंसे हुए हैं। इसका बड़ा कारण पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड और पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग के बीच आपसी तालमेल की बड़ी कमी मानी जा रही है। दरअसल सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग ने 31 मार्च को सभी सरकारी स्कूलों में पेरैंट टीचर मीटींग रखी हुई है और उपर से पीएसईबी ने इसी दिन 10वीं एवं 12वीं का पेपर भी रख दिया है।
स्कूलों में बने परीक्षा केंद्रों में जहां स्टाफ डयूटी दे रहा है वहीं सुपरिटैंडैंट,डिप्टी सुपरिटैंडैंट एवं आर्ब्जवर के तोर पर बोर्ड ने सरकारी स्कूलों के अध्यापकों की डयूटी ही सभी परीक्षा केंद्रों में लगाई हुई है। अब अध्यापक इस बात को लेकर दुविधा में हैं कि 31 मार्च को परीक्षा डयूटी दें या फिर पेरैंट टीचर मीटींग अटैंड करें। उधर न तो बोर्ड और न ही विभागीय अधिकारी इस बारे कुछ भी स्पष्ट करने को तैयार नहीं हैं। जानकारी के मुताबिक राज्य भर के स्कूलों में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं चल रही है। बोर्ड एवं विभाग में तालमेल की कमी परीक्षाओं की डेट शीट एवं परीक्षा अमले की डयूटी में बदलाव करना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।
अब ऐसा ही एक और मामला सामने आया है जो कि काफी हैरान करने वाला है। दरअसल शिक्षा विभाग ने 31 मार्च को पंजाब के सभी सरकारी स्कूलों में वार्षिक परीक्षाओं का परिणाम घोषित करने के लिए पेरेंट्स टीचर मीटिंग (पीटीएम) का आयोजन करने की योजना तैयार कर रखी है लेकिन इसी दिन 10वीं कक्षा की कंप्यूटर साइंस की परीक्षा है जबकि 12वीं कक्षा की आर्ट्स, कॉमर्स, मेडिकल और नॉन मेडिकल सभी स्ट्रीम्स की इकोनॉमिक्स की परीक्षा आयोजित की जाएगी। अब हैरानी वाली बात यह है कि इन परीक्षाओं के लिए जिन स्कूलों में परीक्षा केंद्र बने हैं उन स्कूलों का स्टाफ ही परीक्षा ड्यूटी हेतु लगाया गया है। अब सवाल यह उठता है कि परीक्षा स्टाफ पूरा करने के लिए दूसरे स्कूलों का स्टाफ बुलाना पड़ रहा है। ऐसे में 31 मार्च को सरकारी स्कूलों में कैसे पीटीएम का आयोजन होगा यह तो बोर्ड के बोर्ड और शिक्षा विभाग के अधिकारी ही बता सकते हैं। उधर स्कूलों ने पेरैंटस को मैसेज भेज दिए हुए हैं कि पीटीएम 31 मार्च को होगी जिसके लिए सभी पेरैंटस ने पहले से ही तैयारी करके रखी होती है।
31 मार्च को नहीं रखनी चाहिए थी बोर्ड परीक्षा
वहीं विभिन्न-विभिन्न सरकारी स्कूलों के अध्यापकों ने अपना नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि बोर्ड को 31 मार्च को सरकारी स्कूलों में होने वाली पेरेंट्स टीचर मीटिंग को ध्यान में रखते हुए कोई भी पेपर नहीं रखना चाहिए था, लेकिन बोर्ड द्वारा उस दिन सभी कक्षाओं का पेपर रखा गया है जोकि बोर्ड के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान है।वही दो स्कूलों के प्रिंसिपल्स ने बताया कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वह कैसे परीक्षा ड्यूटी स्टाफ को पूरा करेंगे और कैसे पीटीएम का आयोजन करेंगे। बोर्ड द्वारा 31 मार्च को परीक्षा रख रखे जाना अपने आप में हैरानीजनक है।
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