Edited By Kamini,Updated: 09 Aug, 2025 07:25 PM

रक्षाबंधन का पावन पर्व पूरे देश में उत्साह और प्रेम के साथ मनाया गया।
बठिंडा (विजय वर्मा): रक्षाबंधन का पावन पर्व पूरे देश में उत्साह और प्रेम के साथ मनाया गया। इसी कड़ी में बठिंडा हाई सिक्योरिटी जेल भी आज भाई-बहन के अटूट बंधन की भावनाओं से सराबोर रही। रक्षाबंधन बांधने आई बहनों की सुबह से ही लंबी कतारें यहां देखी गईं। जेल प्रशासन ने इस खास मौके पर कैदियों और बंदियों की बहनों से मिलने के लिए पुख्ता और सुरक्षित इंतजाम किए थे।
जेल अधिकारियों के अनुसार, रक्षाबंधन के मौके पर पंजाब सरकार के आदेशानुसार कैदियों और बंदियों को सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक अपनी बहनों से मिलने की अनुमति दी गई थी। इसके लिए जेल वार्ड में विशेष टेबल, पेयजल व्यवस्था और बैठने की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। बहनों के चेहरे पर अपने भाइयों से मिलकर खुशी तो थी, लेकिन उनके दिल में एक कसक भी थी कि यह पवित्र दिन जेल की चारदीवारी के भीतर मनाया जा रहा है। कई बहनें भावुक होकर बोलीं कि किसी भी बहन को राखी बांधने के लिए जेल न आना पड़े। उन्होंने युवाओं से अपराध के रास्ते से दूर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि अपराध के रास्ते पर चलने वाला युवा न केवल अपना जीवन बर्बाद करता है, बल्कि अपने पूरे परिवार को भी गहरे दुःख और अकेलेपन में धकेल देता है।

जेल अधीक्षक ने कहा कि राखी एक पवित्र त्यौहार है और इस अवसर पर कैदियों को उनके परिजनों से मिलने का अवसर देकर उनका मनोबल बढ़ाना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन बार-बार ऐसे प्रयास करता है ताकि कैदी अपने परिवारों से जुड़े रहें और समाज में वापस लौटने के लिए प्रेरित हों। बठिंडा हाई सिक्योरिटी जेल के इतिहास में आज का दिन एक खास दिन है, जहां राखी के जरिए सलाखों के पीछे भी भाई-बहन का रिश्ता पहले से कहीं ज़्यादा मजबूत हो गया।
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