Edited By Vatika,Updated: 29 Jul, 2020 03:31 PM
पंजाब सरकार, पंजाब पुलिस प्रशासन जहां राज्य भर को नशा मुक्त होने के दावे करते हैं। वहीं शहर में पुलिस की नाक तले सरेआम बीच बाजार में नशों का वितरण होने के साथ वेश्यवृत्ति का धंधा जोरों से चल रहा है
अमृतसर (दीपक): पंजाब सरकार, पंजाब पुलिस प्रशासन जहां राज्य भर को नशा मुक्त होने के दावे करते हैं। वहीं शहर में पुलिस की नाक तले सरेआम बीच बाजार में नशों का वितरण होने के साथ वेश्यवृत्ति का धंधा जोरों से चल रहा है, यानि पहले नशा करो फिर अपनी हवस को युवा महिला के संग पूरा करो।
जानकारी के मुताबिक नशे के वितरण का उक्त अड्डा हालगेट के बाहर सामने बने नए पुल के नीचे, सब्जी मंडी के सामने स्थित है। दिन को अंधेरे की आड़ में यहा नशा सरेआम बिकता है। आवारा लोग स्मैक, गांजा पीने के अलावा इंक रिमूव्यट का खुलेआम सड़कों के दोनों तरफ सेवन करके घूमते हैं व रात के अंधेरे में आस-पास के दफ्तरों और दुकानों में चोरियां करते हैं।
इस पुल के नीचे के ऊंची जगह पर एक युवा महिला रोजाना बैठकर नशा बेचने का धंधा करती है और वेश्यावृत्ति का धंधा भी करती है। बारिश के दौरान इस जगह पर नशे का धंधा 24 घंटे लगातार चलता है, जबकि अधिकतर नशेबाज प्रयासी लोगों के लिए यह राहत शिविर माना जाता है। हैरानी की बात तो यह है कि भंडारी पुल के नीचे उतर कर जब हालगेट को जाते हैं तो इस रास्ते से पुलिस की कई गाडिय़ां रोजाना गुजरती हैं, जबकि हालगेट के बाहर व नजदीक शिवाला मंदिर पर पुलिस कर्मी तैनात होते हैं, पर इस अवैध अड्डे को अनदेखा कर दिया जाता है। इन लोगों की बढ़ती हुई संख्या के कारण कोरोना फैलने का भी डर है।