Edited By Subhash Kapoor,Updated: 08 Oct, 2024 10:14 PM
स्वास्थ्य विभाग ने त्योहारों के मध्य नजर जांच और सैंपलिंग का काम तो शुरू कर दिया है परंतु इसमें अभी बड़े हलवाइयों को शामिल नहीं किया गया।
लुधियाना (सहगल) : स्वास्थ्य विभाग ने त्योहारों के मध्य नजर जांच और सैंपलिंग का काम तो शुरू कर दिया है परंतु इसमें अभी बड़े हलवाइयों को शामिल नहीं किया गया। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा न सिर्फ खाने-पीने की वस्तुओं की जांच की जाती है बल्कि उसके सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भी भेजा जाता है। इसके अलावा दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारी निर्धारित मापदंडों का पालन कर रहे हैं या नहीं यह भी देखा जाना जरूरी होता है। पूर्व में फूड बिजनेस ऑपरेटरो यानी कि खाने पीने की वस्तुओं के निर्माण और बिक्री में कार्य लोगों के यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों के मेडिकल आवश्यक तौर पर कराने का भी प्रावधान रखा गया था परंतु पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य विभाग में यह परंपरा भी छोड़ दी है।
लोगों का कहना है कि खाने पीने की वस्तुओं का काम करने वाले दुकानदारों, हलवाइयों, करियाना विक्रेताओं के यहां काम करने वाले कर्मचारियों के मेडिकल आवश्यक किए जाने चाहिए क्योंकि अगर किसी को संक्रामक रोग है जैसे टीबी, स्वाइन फ्लू या अन्य सीजनल संक्रामक रोग हो तो उनसे लोगों को भी खतरा हो सकता है। संक्रामक रोगों के फैलने की संभावनाओं को देखते हुए कर्मचारियों के सिर पर टोपी और हाथों में दस्ताने अनिवार्य किए गए। यही प्रावधान रेहडी फड़ी लगाने वालों पर भी लागू किया गया परंतु अब इस और ध्यान नहीं दिया जा रहा।
मापदंडों का उल्लंघन करने पर होगी कड़ी कार्रवाई
इस सिलसिले में वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि शीघ्र इन मामलों पर जांच शुरू कर दी जाएगी और दोषी पाए जाने फूड बिजनेस ऑपरेटरो पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी इसके अलावा खाने पीने की वस्तुओं की गुणवत्ता पर भी पूरा ध्यान दिया जाएगा जो भी व्यक्ति इनका उल्लंघन करेगा उसे पर कार्रवाई तय है। उन्होंने कहा कि जांच और सैंपलिंग का कार्य निरंतर जारी रहेगा।