Edited By Subhash Kapoor,Updated: 07 Sep, 2025 11:52 PM

सरदूलगढ़ से होकर गुजऱने वाले घग्गर दरिया में रविवार को पानी का बहाव 23 फुट से घटकर 22 फुट हो गया। लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन बाढ़ का खतरा अभी भी बरकरार है। इस कारण लोग बांधों को मज़बूत करने के साथ ठीकरी पहरे जारी रखे हुए हैं। वहीं गांवों को...
मानसा (मनजीत कौर) : सरदूलगढ़ से होकर गुजऱने वाले घग्गर दरिया में रविवार को पानी का बहाव 23 फुट से घटकर 22 फुट हो गया। लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन बाढ़ का खतरा अभी भी बरकरार है। इस कारण लोग बांधों को मज़बूत करने के साथ ठीकरी पहरे जारी रखे हुए हैं। वहीं गांवों को अलर्ट पर रखा गया है।
हालांकि रुक-रुक कर हो रही बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। अनुमान के मुताबिक घग्गर का पानी मामूली तौर पर बढ़ रहा है, परंतु आने वाले दिनों में बड़े नुकसान की संभावना कम है। शनिवार को हरियाणा के भनीहारी गांव में 5 फुट बांध टूटने से लगभग 5 हज़ार एकड़ फसल पानी में डूब गई। इससे घग्गर का जलस्तर बढ़कर 22 फुट तक रहा।
उधर, गांव के लोग घग्गर के किनारों पर अस्थायी बांधों को मज़बूत करने में लगे हुए हैं। डिप्टी कमिश्नर नवजोत कौर ने सेना को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। सेना और प्रशासन के अधिकारी लगातार घग्गर किनारे की निगरानी में जुटे हुए हैं।
उधर, विधायक गुरप्रीत सिंह बनांवाली घग्गर दरिया पर लगातार नजऱ रख रहे हैं। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि घबराने की कोई बात नहीं है, स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि घग्गर के किनारे के ग्रामीण और शहरवासी किसी भी आपात स्थिति में सीधे उनसे या उनकी टीम से संपर्क कर सकते हैं।
दूसरी ओर जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन बिक्रम सिंह मोफर ने कहा कि पंजाब के कई ज़िलों में बाढ़ से हुआ भारी नुकसान सरकार की नाकामी का नतीजा है। सरकार को राहत फंड और मुआवज़े का तुरंत ऐलान करना चाहिए। अगर समय रहते बाढ़ रोधी प्रबंध किए जाते तो पंजाब इस तबाही से बच सकता था।