Edited By Vatika,Updated: 23 Jan, 2025 12:58 PM
देखरेख करने वाली प्रबंधन समिति, इंजी. भूषण शर्मा और उनके सहयोगी समिति के सदस्य, जो सभी सेवानिवृत्त प्रथम श्रेणी राजपत्रित अधिकारी हैं, काम कर रहे हैं।
रूपनगर: गौरक्षा दल के पंजाब अध्यक्ष ने गोपाल गौशाला रूपनगर के प्रबंधन द्वारा पेश की जा रही बाधा व उत्पीड़न का विरोध किया है तथा गौ आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। लंबे समय से गौवंश की देखभाल कर रही गोपाल गौशाला फिर उपेक्षित हो गई है। इन सब बातों के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है। रूपनगर में गोपाल गौशाला की देखरेख करने वाली प्रबंधन समिति, इंजी. भूषण शर्मा और उनके सहयोगी समिति के सदस्य, जो सभी सेवानिवृत्त प्रथम श्रेणी राजपत्रित अधिकारी हैं, काम कर रहे हैं।
समिति अपने निजी प्रभाव से चारा व दवाइयां उपलब्ध करवा रही है तथा सरकार के किसी भी प्रशासनिक अधिकारी का सहयोग न मिलने के बावजूद गौशाला में किसी भी सुविधा की कमी नहीं है, जबकि रूपनगर के डिप्टी कमिश्नर भी इस गौशाला के अध्यक्ष हैं। लेकिन इन सभी सेवाओं के बावजूद भूसा, हरा चारा, दवाई आदि की सारी व्यवस्थाएं अध्यक्ष भूषण शर्मा व उनके सहयोगियों द्वारा अपने निजी प्रभाव से कराई जा रही हैं। बिना किसी सहारे के समिति को अदालत और पुलिस मामले में घसीटना पूरी तरह से निंदनीय और शर्मनाक कृत्य है। यह शब्द गौ रक्षा दल के पंजाब राज्य अध्यक्ष निक्सन कुमार ने कड़ा संज्ञान लेते हुए व्यक्त किए।
इस अवसर पर विश्व कल्याण ट्रस्ट के प्रधान हरमिंदर पाल सिंह आहलूवालिया व पूर्व कौंसलर रूपनगर ने भी गोपाल गौशाला के प्रबंधन में बाधा डालने व परेशान करने की कार्रवाई की निंदा की। वालिया ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग गौमाता के नाम पर लोगों की सहानुभूति बटोरकर राजनीति कर रहे हैं, वे पर्दे के पीछे से गौशालाओं के संचालन में बाधाएं उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन गौशाला कमेटी का सहयोग करें अन्यथा गौ प्रेमी गौ आंदोलन करने पर मजबूर होंगे जिसमें डी.सी. कार्यालय व एस.एस.पी. कार्यालय का घेराव भी किया जा सकता है और इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।