Edited By Sunita sarangal,Updated: 28 Jun, 2020 12:37 PM
केस में कुछ बिजली कर्मियों के नाम भी आ सकते हैं सामने
अमृतसर(रमन): शहर में चोरी के बिजली मीटर का खेल खेलने के स्कैंडल को पंजाब केसरी में प्रमुख्ता से उजागर किया था। ईस्ट सब-डिबीजन के इलाका पवन नगर में 2 करिंदे जो अपना नाम बदलकर लोगों को डरा-धमका कर चोरी के बिजली मीटर लगा रहे थे व उनसे पैसे ऐंठ रहे थे। जब लोगों के बिजली बिल आए तो उन्होंने देखा कि उनके बिल में कोड बदला हुआ है, जिससे शिकायतें पावरकॉम के अधिकारियों के पास पहुंचीं, पर उनके द्वारा उपभोक्ताओं को उलझन में डाल दिया। जब पंजाब केसरी ने उक्त स्कैंडल को उजागर किया तो कई अधिकारियों व कर्मचारियों के पैरों के नीचे से जमीन खिस्क गई व अगले दिन ही सभी लोगों के घरों में मीटर लगाने पहुंच गए। वहीं शुक्रवार को दोनों आरोपी, जिनका नाम जसवंत सिंह, कर्ण मल्हौत्रा है, उन्हें पकड़ लिया व कोर्ट में पेशी के बाद 3 दिन का पुलिस रिमांड लिया है।
कांस्टेबल का थाने में इंस्पैक्टर से भी अधिक रोब
पावरकॉम एंटी थेप्ट थाने में एक कांस्टेवल का इतना रोब है कि उसके बिना थाने में एक पत्ता तक नहीं हिलता है। कांस्टेबल खुद थाने के इंचार्ज से कम नहीं समझता। उक्त स्कैंडल के आरोपी पकड़े जाने की खबर जब पंजाब केसरी टीम को पता चली तो टीम पावरकॉम एंटी थेप्ट थाने में पहुंची, लेकिन वहां पर मौजूद एक कांस्टेबल, जो खाकी वर्दी का पूरा रोब डाल रहा था, उसने स्कैंडल के मुख्य शिकायतकर्ता से न तो कोई शिनाख्त करवाई व न ही उनके बयान कलमबंद किए। उक्त कांस्टेबल शिकायतकर्ता एवं अन्य के सामने खुद टेबल पर बैठकर रोब जमाने लग पड़ा व जब शिकायतकर्ता ने थाना इंचार्ज, सब-इंस्पैक्टर व केस को ढील करने वाले ऑफिसर से मिलने को कहा तो उसने किसी से नहीं मिलने दिया, जिससे उन्हें वहां से वापस लौटना पड़ा शिकायतकर्ता ने कहा कि जब उन्हें शिनाख्त ही नहीं करवानी थी तो बुलाया क्यों। वहीं इस केस में 5 के लगभग और लोगों से ठगी हुई है, वह भी एंटी थेप्ट थाने के बाहर शिनाख्त के लिए खड़े थे।
एस.एच.ओ. एंटी थेप्ट ने बताया कि 2 आरोपी पकड़े हैं व कोर्ट में पेश करने के बाद 3 दिन का पुलिस रिमांड मिला है। सारी पूछताछ की जाएगी कि इस स्कैंडल में कौन उनका साथ दे रहा है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।