Edited By Subhash Kapoor,Updated: 12 Oct, 2021 06:16 PM
पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मैडीकल साइंस (पिम्स) की ओर से एम.बी.बी.एस. के विद्यार्थियों का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया।
जालंधर : पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मैडीकल साइंस (पिम्स) की ओर से एम.बी.बी.एस. के विद्यार्थियों का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य मेहमान के तौर पर बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा. राजबहादुर शामिल हुए। इस अवसर पर पिम्स के रैजीडैंट डायरैक्टर अमित सिंह और डायरैक्टर प्रिं. डा. कुलबीर कौर ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना और दीप जलाकर किया।
डायरैक्टर प्रिं. कुलबीर कौर ने कहा कि यह पिम्स के लिए बहुत गर्व की बात है कि कोविड के दौरान भी हमारे अध्यापकों ने आनलाइन छात्रों को पढ़ाया। उन्होंने कहा कि इसी का नतीजा रहा कि हमारे इंस्टीच्यूट के 4 बच्चे डिस्टिक्शन आई। इस मौके पर सभी टापर व डिस्टिक्शन होल्डर्स को भी सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि पिम्स भविष्य में भी अपनी सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर मुख्य मेहमान के रूप में शामिल डा. राज बहादुर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे मन में हमेशा सीखने की लालसा होनी चाहिए क्योंकि ज्ञान का कोई अंत नहीं होता। उन्होंने कहा कि पिम्स और छात्रों की मेहनत रंग लाई है। पिम्स ने पूरे दोआबा में इंस्टीच्यूट का नाम रौशन किया है। उन्होंने इस मौके पर छात्रों के अभिभावकों को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि इसमें हम एक ऐसी यात्रा शुरू करते हैं, जो अस्थाई कदमों से शुरू होती है और हमें ऊंचाइयों तक लेकर जाती है।
इस मौके पर पिम्स के रैजीडैंट डायरैक्टर अमित सिंह ने कहा कि डाक्टरों की असली परीक्षा डिग्री लेकर निकलने के बाद रोगियों की सेवा करने में होगी। इसलिए नए डाक्टरों को समाज सेवा के लिए अपना समय देना चाहिए। उन्होंने इस मौके पर नए डाक्टरों को उनकी भूमिका बारे बताया। उन्होंने इस मौके पर पिम्स की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर खेल व शिक्षा मंत्री परगट सिंह किसी कारणवश समारोह में शामिल नहीं हो सके लेकिन उन्होंने पिम्स के पूरे स्टाफ और छात्रों को बधाई संदेश दिया और छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
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