Edited By swetha,Updated: 10 Dec, 2019 08:55 AM
बिक्रम सिंह मजीठिया की खबर जैसे ही गांव तख्तूमाजरा में पहुंची तो उनके पहुंचने से पहले ही गांव के कांग्रेसी सरपंच हरसंगत सिंह के नेतृत्व में सैंकड़ों लोगों ने काले झंडे लेकर उनके खिलाफ रोष प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
पटियाला (जोसन): बिक्रम सिंह मजीठिया की खबर जैसे ही गांव तख्तूमाजरा में पहुंची तो उनके पहुंचने से पहले ही गांव के कांग्रेसी सरपंच हरसंगत सिंह के नेतृत्व में सैंकड़ों लोगों ने काले झंडे लेकर उनके खिलाफ रोष प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। घनौर पुलिस ने टकराव को टालने के लिए बड़ी मुश्किल से हालात को काबू किया।गांव के सरपंच हरसंगत सिंह और लोगों ने जमकर नारेबाजी की।
सरपंच हरसंगत सिंह ने कहा कि अकाली दल के कुछ नेता आग में घी डाल रहे हैं जबकि यह बात पूरी तरह स्पष्ट है कि पुलिस के पास वीडियोस भी मौजूद हैं कि राजिन्द्रा अस्पताल की एमरजैंसी में सरपंच हरसंगत सिंह और उसके भाई की तलवारों के साथ हमला करके मारपीट की गई। उन्होंने कहा कि इससे अधिक अकाली वर्करों की गुंडागर्दी क्या हो सकती है। हरसंगत सिंह और लोगों ने कहा कि जो बीबी जागीर कौर की मौत हुई है, उसका हमें बहुत अफसोस है परन्तु बीबी जागीर कौर 11 वर्षों से बीमार चली आ रही थीं और इस मौत को इस केस के साथ जोडऩा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों ने कहा कि कांग्रेस सरकार में भी उनके साथ बहुत धक्का हुआ है।
उन्होंने कहा कि मजीठिया यह कह रहा है कि विधायक जलालपुर इस कांड के लिए जिम्मेदार है परन्तु हैरानी है कि अभी तक 42 में से पुलिस ने सिर्फ 18 को ही पकड़ा है और बाकी अभी भी पुलिस की हिरासत से बाहर हैं। लोगों ने मजीठिया को सवाल किया कि वह बताएं कि एमरजैंसी में तलवारों से काट देना अकाली दल का स्वभाव है। सरपंच हरसंगत सिंह ने कहा कि यदि बाकी दोषियों को भी पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार न किया तो गांव के समूचे लोग सड़कें भी जाम करेंगे।र मोड़ बटाला बाईपास पर पहुंची तो कार असंतुलित होकर ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में मुहम्मद फारीस की मौके पर मौत हो गई, जबकि कार सवार 2 बच्चे जानम व हिरान तथा दोनों महिलाएं रजोत निवासी टांडा जम्मू व मुख्तयारा पत्नी मोहम्मद फारीस घायल हो गए जिन्हें पहले सिविल अस्पताल बटाला लाया गया जहां से उन्हें अमृतसर रैफर कर दिया गया। देर सायं रज्जो नामक महिला जोकि मृतक की रिश्ते में साली लगती थी, की भी मौत हो गई।