Edited By swetha,Updated: 02 Apr, 2020 10:03 AM
भारत में लॉकडाउन व पंजाब में कर्फ्यू के चलते बड़ी संख्या में मजदूरों द्वारा अपने राज्य में पलायन किया जा चुका है।
चंडीगढ़ः भारत में लॉकडाउन व पंजाब में कर्फ्यू के चलते बड़ी संख्या में मजदूरों द्वारा अपने राज्य में पलायन किया जा चुका है। पर अब पंजाब में बचे मजदूरों को लॉकडाउन के 14 अप्रैल से आगे बढ़ने की चिंता सता रही है। मजदूरों को भोजन और राशन की आपूर्ति बढ़ाए जाने के कारण पंजाब से मजदूरों के पलायन पर कुछ विराम तो लगा है, लेकिन राज्य में रह रहे मजदूर अब नए कामों में जुटने के प्रति आशंकित हैं।
पंजाब में उद्योगों के बंद होने के कारण पिछले कई दिन से खाली बैठे मजदूर खेतों में काम करने को तैयार नहीं हैं। इंडस्ट्री विभाग के अधिकारियों के अनुसार, विभाग ने बड़ी संख्या में मजदूरों को खेतों में कटाई धुलाई और सफाई जैसे कामों में अपनी आजीविका तलाशने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन इन मजदूरों का कहना है कि या तो उन्हें उनके गांव वापस भेजा जाए या फिर उन्हें महामारी की आशंका समाप्त होने तक उनके वर्तमान आश्रय में ही सरकारी सहायता पहुंचाई जाए।
सूत्रों के मुताबिक विभिन्न जिलों में छोटी बस्तियों या शहरों के साथ बसे ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे अधिकतर मजदूर सरकार द्वारा अस्थाई तौर पर बनाए जा रहे आश्रयों में जाने को भी तैयार नहीं हैं।वह या तो सिर्फ अपने घरों को वापस लौटना चाहते हैं या फिर अपने वर्तमान निवासों में ही रहना चाहते हैं। पंजाब के कुछ जिलों में जरूरी सामान ंका उत्पादन करने वाली औद्योगिक इकाइयों को खोले जाने की मंजूरी दिए जाने के बाद उद्योग विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसे सामान का उत्पादन करने वाली औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों को ठहराने की कोई व्यवस्था नहीं है।