Edited By Vatika,Updated: 22 Nov, 2024 11:06 AM
उन्होंने कहा कि जब वह अपने परिवार का ख्याल नहीं रख सकते तो पूरी दुनिया को न्याय कैसे देंगे।
अमृतसर: अमृतसर की जनता और राजनीति से लंबी दूरी बनाने के बाद न तो नवजोत सिंह सिद्धू ने न मंत्रालय छोड़ा है और न ही अमृतसर छोड़ा है। उन्होंने यह विचार व्यक्त करते हुए अपनी पत्नी नवजोत कौर के कैंसर मुक्त होने के बाद उनके साथ एक बार फिर राजनीति में सक्रिय होने के संकेत दिए।
इस दौरान उनकी पत्नी नवजोत कौर, बेटी और परिवार के सदस्य मौजूद थे। पीले सूट में बेहद स्वस्थ और आकर्षक दिख रहीं नवजोत कौर के पूरी तरह ठीक होने के बारे में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उन्होंने एलोपैथी का सारा इलाज कराया, लेकिन आयुर्वेद पर भी उनका भरोसा कायम रहा। उन्होंने कहा कि इलाज भारत में और सरकारी अस्पताल में हुआ। इसलिए मैं लोगों को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि अगर कैंसर को पहली स्टेज में ही पकड़ लिया जाए तो इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी अब पूरी तरह से कैंसर से जंग जीत चुकी हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह अब उन्हें चिप्स खाने देंगे। राजनीति के बारे में बात करते हुए सिद्धू ने कहा कि उन्होंने शो, लाफ्टर शो, क्रिकेट सहित इंद्रधनुषी जीवन जिया है। अब भी वह अपनी बात से पीछे नहीं हट रहे हैं और पार्टी हाईकमान जो भी जिम्मेदारी देगा उसे पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि जब वह अपने परिवार का ख्याल नहीं रख सकते तो पूरी दुनिया को न्याय कैसे देंगे।
निःशुल्क स्वास्थ्य कार्ड बनाने पर दिया जोर
उन्होंने कहा कि सरकार को हर चीज की जांच करानी चाहिए। इस समय सबकुछ मिला-जुला है। सरकार को सख्त होने की जरूरत है। मुफ्त राशन देने की जरूरत नहीं है, लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाने चाहिए ताकि लोगों को उचित इलाज मिल सके और बीमारियों के बारे में जानकारी मिल सके। सिद्धू ने कहा कि दूषित पानी पीना सबसे ज्यादा हानिकारक है। पानी का पी.एच. स्तर 7 होना चाहिए। शरीर का 72 प्रतिशत भाग पानी है। कैंसर अम्लीय शरीर में होता है।