Edited By Kalash,Updated: 09 Dec, 2025 12:56 PM

यह कार्रवाई स्थानीय लोगों द्वारा उठाए गए उन आरोपों के बाद हुई है जिनमें कहा गया है कि
पंजाब डेस्क : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने संगरूर जिले में कचरा प्रबंधन की बदहाल व्यवस्था पर गंभीर रुख अपनाते हुए पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पूरे क्षेत्र के कचरा डंपिंग स्थलों का विस्तृत सर्वे करने और अपनी रिपोर्ट अगली सुनवाई से कम से कम एक सप्ताह पहले जमा करने का निर्देश दिया है।
यह कार्रवाई स्थानीय लोगों द्वारा उठाए गए उन आरोपों के बाद हुई है जिनमें कहा गया है कि नगर परिषद और सिविल अस्पताल द्वारा ठोस और बायोमेडिकल कचरे के निपटान से जुड़े नियमों की लगातार अनदेखी की जा रही है। निवासियों का कहना है कि अस्पताल परिसर में घरेलू कचरे के साथ बायोमेडिकल वेस्ट को मिलाकर खुले में जलाया जा रहा है, जिससे पूरे इलाके में जहरीला धुआं फैलता है और लोगों को रोजाना प्रदूषण का सामना करना पड़ता है।
NGT ने इस मामले में पंजाब के मुख्य सचिव, स्थानीय सरकार विभाग, संगरूर के डिप्टी कमिश्नर, नगर परिषद के अधिकारियों और सिविल अस्पताल के वरिष्ठ मेडिकल अधिकारी को नोटिस जारी कर विस्तृत जवाब दाखिल करने को कहा है। संगरूर में कचरा प्रबंधन की समस्या लंबे समय से चर्चा में रही है और निवासियों का कहना है कि वे कई सालों से शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं हुई। याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता कमल आनंद ने बताया कि कचरा खुले में फेंका और जलाया जा रहा है तथा बायोमेडिकल वेस्ट को सामान्य कूड़े में मिलाकर नष्ट किया जा रहा है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। उनके अनुसार प्रशासन की उदासीनता से परेशान होकर ही लोगों को NGT का सहारा लेना पड़ा।
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