Edited By Sunita sarangal,Updated: 27 Oct, 2019 09:35 AM
लाख कोशिशों के बावजूद पंजाब में प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। पिछले साल इन दिनों में पराली जलाने के मामलों में भले ही कमी आ गई थी
जालंधर(सोमनाथ): लाख कोशिशों के बावजूद पंजाब में प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। पिछले साल इन दिनों में पराली जलाने के मामलों में भले ही कमी आ गई थी, लेकिन इस साल एकाएक पंजाब में पराली जलाने के केसों में वृद्धि हो गई है। पराली जलाने में सबसे ज्यादा मामले जिला अमृतसर और तरनतारन के सामने आ रहे हैं। पराली जलाने से हवा में प्रदूषण की मात्रा पिछले साल के मुकाबले ज्यादा पाई जा रही है। अकेले जालंधर की बात करें तो पिछले साल दीवाली से एक दिन पहले जालंधर में प्रदूषण का स्तर 162 था, जोकि साल 2019 में दीवाली से पहले 218 तक पहुंच गया है। पिछले साल के मुकाबले यह प्रदूषण 56 पी.एम. 2.5 ज्यादा है।
आज शाम को शहर में निकलें तो मास्क पहन कर
पंजाब में बढ़ रहा प्रदूषण का स्तर हर किसी के लिए चिंता का विषय है। दीवाली पर प्रदूषण और बढ़ने के आसार हैं जिसे देखते हुए अगर शाम को कोई भी व्यक्ति शहर में निकलते तो उसे मास्क पहन कर निकलना चाहिए, खासकर बच्चों को। दिल्ली में तो विशेषज्ञों ने एन.95 मास्क पहने की सलाह दी है।
कितने तरह के होते हैं मास्क
- सर्जिकल मास्क
- एन.95, ए.एन. 99 मास्क
- गैस मास्क
एन.95 मास्क के फायदे
प्रदूषण से बचने के लिए एन.95 मास्क को सबसे सुरक्षित मास्क मना जाता है। यह पी.एम. 2.5 को भी सांस में जाने से रोकने में मदद करता है। एन.95 मास्क अधिकतर बर्ड फ्लू व स्वाइन फ्लू आदि रोग होने पर प्रयोग किया जाता है। इसे काफी हद तक चिकित्सक बेहतर मानते हैं। बैक्टीरिया रोकने में बेहतर रिजल्ट एन.95 का देखने को मिलता है। इसमें बैक्टीरिया और छोटे कण भी मास्क की लेयर को क्रास नहीं कर पाते हैं।
साल 2018 में दीवाली से एक सप्ताह पहले तक का प्रदूषण सूचकांक
6 नवम्बर |
162 पी.एम. 2.5 |
5 नवम्बर |
174 पी.एम 2.5 |
4 नवम्बर |
161 पी.एम 2.5 |
3 नवम्बर |
115 पी.एम 2.5 |
2 नवम्बर |
208 पी.एम 2.5 |
1 नवम्बर |
147 पी.एम 2.5 |
साल 2019 में दीवाली से एक सप्ताह पहले तक का प्रदूषण सूचकांक
26 अक्तूबर |
218 पी.एम. 2.5 |
25 अक्तूबर |
195 पी.एम. 2.5 |
24 अक्तूबर |
135 पी.एम. 2.5 |
23 अक्तूबर |
223 पी.एम. 2.5 |
22 अक्तूबर |
167 पी.एम. 2.5 |
21 अक्तूबर |
169 पी.एम. 2.5 |