Edited By Kalash,Updated: 23 Dec, 2025 02:11 PM

17 दिसम्बर की रात एक ट्रक ड्राइवर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
मालेरकोटला (भूपेश, जहूर, अखिलेश, स्वाति): मालेरकोटला के धूरी रोड पर 17 दिसम्बर की रात एक ट्रक ड्राइवर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शुरूआत में यह सड़क हादसा लग रहा था, लेकिन एस.एस.पी. गगन अजीत सिंह के नेतृत्व में की गई गहन जांच ने इसे एक शातिर अपराधी गिरोह की लूट और हत्या की साजिश के रूप में उजागर किया। मृतक की पहचान अमरीक सिंह निवासी सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई, जो बिस्कुट से लदा ट्रक लेकर जा रहा था।
लूट की साजिश और हत्या का तरीका जांच में पता चला कि इस गिरोह में एक महिला भी शामिल थी। गिरोह की कार्यप्रणाली बेहद शातिर थी। महिला आरोपी (अमन) ने लिफ्ट लेने के बहाने ट्रक रुकवाया जैसे ही ट्रक रुका, उसके अन्य साथियों ने हमला कर दिया। ड्राइवर अमरीक सिंह के हाथ-पैर बांधकर उसे बेरहमी से पीटा गया। आरोपियों ने उसे ट्रक से बाहर सड़क की ओर धक्का दे दिया, जहां वह एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
एस.एस.पी. द्वारा गठित विशेष टीमों ने सी.सी.टी.वी. फुटेज और साइबर सैल की मदद से 4 आरोपियों को दबोच लिया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ काला पुत्र गुरमेल सिंह, प्रीतपाल सिंह पुत्र सुखदेव सिंह, बूटा सिंह पूर्व सरपंच पुत्र जगसीर सिंह, निवासी गांव चन्ननवाल, जिला बरनाला और प्रदीप सिंह पुत्र जसवीर सिंह, निवासी चरिक, जिला मोगा, जो फिलहाल गांव चन्ननवाल, बरनाला का रहने वाला है, के रूप में हुई है।
इस मामले में आज सुबह एक नाटकीय मोड़ आया जब पुलिस टीम मुख्य आरोपी गुरप्रीत काला को हथियार बरामदगी के लिए मोहम्मदगढ़ ड्रेन पुल पर ले गई। वहां आरोपी ने पुलिस पर जान से मारने की नीयत से गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में इंस्पैक्टर दलजीत सिंह ने अपने बचाव में गोली चलाई, जो आरोपी के पैर में लगी। घायल आरोपी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गिरोह का आपराधिक इतिहास और बरामदगी पूछताछ के दौरान गिरोह ने स्वीकार किया कि वे महिला साथी (अमन) का इस्तेमाल कर वाहनों को रोकने और लूटने का काम करते थे। इस गिरोह ने बठिंडा और बरनाला जिलों में भी कई वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल की गई हरियाणा नंबर की स्विफ्ट कार।
एक 315 बोर की देसी पिस्तौल। जिंदा और चले हुए कारतूस बरामद किए हैं। वर्तमान स्थिति मुख्य आरोपी पुलिस हिरासत में है, जबकि महिला आरोपी अमन अभी भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। एस.एस.पी. गगन अजीत सिंह ने पुष्टि की है कि इन अपराधियों के पकड़े जाने से हाईवे पर होने वाली लूट की घटनाओं में बड़ी कमी आएगी।
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