Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Dec, 2017 04:31 PM
खालसा पंथ के सृजनहार, महान संत सिपाही, दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 351वें प्रकाश पर्व पर पटना में पहुंच रहे श्रद्धालुओं के लिए पंजाब और विदेश से पहुंची संगत द्वारा अनगिनत लंगर लगाए गए हैं। यह लंगर स्थानीय बिहारवासियों के लिए भी यह काफी...
पटना (रमनदीप सोढी): खालसा पंथ के सृजनहार, महान संत सिपाही, दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 351वें प्रकाश पर्व पर पटना में पहुंच रहे श्रद्धालुओं के लिए पंजाब और विदेश से पहुंची संगत द्वारा अनगिनत लंगर लगाए गए हैं। यह लंगर स्थानीय बिहारवासियों के लिए भी यह काफी आकर्षक का केंद्र बने हुए हैं।
संत बाबा लाभ सिंह जी, संत बाबा हरभजन सिंह जी बलवान और निष्काम सेवक जत्था भाई महेन्दर सिंह जी की तरफ से लगाए लंगर के बारे में जानकारी देते सेवादार ने बताया कि पंजाब से वह क्विंटलों की मात्रा में राशन लेकर आए हैं। जिससे अलग-अलग तरह के पकवान तैयार किए जा रहे हैं।
इन पकवानों को करीब 1500 सेवादार तैयार कर रहे हैं। पकवानों में सुबह के नाश्ते में चाय पकौड़े, लड्डू, मट्ठी, बेसन, रसगुल्ले, गुलाब जामन और जलेबियां शामिल हैं। 7 बजे प्रसाद तैयार हो जाता है, जिसमें पुरी -चने, मटर -पनीर, कड़ी -चावल, मिक्स वेज, तंदूरी और रुमाली रोटी सहित सादे प्रसादे बनाए जा रहे हैं। रुमाली रोटी के लिए पंजाब से विशेष तौर पर महिलाओं को बुलाया गया है। एक ही समय एक लंगर हाल में 3 हजार श्रद्धालु लंगर छक सकते हैं।