Edited By Vatika,Updated: 18 Mar, 2023 04:37 PM

पंजाब पुलिस ने आरोपी को रिहा करने का ऐलान किया था।
पंजाब डेस्कः वारिस पंजाब दे के प्रमुख व खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने जालंधर के नकोदर से गिरफ्तार कर लिया है। पंजाब पुलिस की करीब 60 गाड़ियां अमृतपाल सिंह के पीछे लगी हुई थी, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद काबू कर लिया है। बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार अमृतपाल सिंह पुलिस को देख भागा ही क्यो? क्या उसे पहले से ही डर था कि पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए आई है।
दरअसल, आज रामपुराफूल के ममदोट, शाहकोट में अमृतपाल का प्रोग्राम था जहां अमृतपाल वहां पर नहीं पहुंचा। बताया जा रहा है कि अमृतपाल ने सुबह 9.30 बजे पहुंचना था। इसी बीच जब वह शाहकोट के पास अमृतपाल पहुंचा था, उनके साथियों के साथ पुलिस की गाड़ियां भी टकरा गई ताकि उनको रोका जा सके। बड़ा सवाल यह है कि पुलिस को देखकर अमृतपाल ने फौरन गाड़ी क्यो बदली और दूसरी गाड़ी में बैठकर फरार हो गया, जिस तरह से वह सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे कर रहा था फिर ऐसी क्या जरूरत पड़ गई कि उसे भागना पड़ा। अगर वह पुलिस के साथ सहयोग करता तो ज्यादा से ज्यादा पुलिस उसे हिरासत में लेती और संभवतः 19 मार्च को होने वाले कार्यक्रम के बाद छोड़ देती। लेकिन अमृतपाल का भागना संदेह के घेरे में आ गया है।
क्या है अजनाला कांड
गौरतलब है कि अमृतसर के अजनाला थाने पर गत 23 फरवरी को खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े हजारों लोगों ने हमला कर दिया था। हाथों में बंदूकें और तलवारें लहराते हुए भारी इकट्ठ अजनाला थाने के बाहर पहुंच गया था, जो अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। हालात को काबू में रखने के लिए पंजाब पुलिस ने आरोपी को रिहा करने का ऐलान किया था।