Edited By Tania pathak,Updated: 04 Feb, 2021 02:43 PM
पंजाब में पराली जलाने के मामले सुर्खियां बने रहते है। पिछले कई सालों से सरकार की तरफ से ये दावे किए जा रहे...
पंजाब: पंजाब में पराली की समस्या कोई आज की नहीं है। आए दिन पंजाब में पराली जलाने के मामले सुर्खियां बने रहते है। पिछले कई सालों से सरकार की तरफ से ये दावे किए जा रहे है कि अब इस समस्या का हल निकल चुका है लेकिन हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी एक रिपोर्ट इन दावों को खोखला दिखा रही है।
मिली जानकारी अनुसार केंद्र ने उच्चतम न्यायालय को बताया कि पराली जलाने से रोकने के लिए सरकार से कुल कोष का 46 प्रतिशत हिस्सा मिलने के बावजूद पंजाब में 2020 में पराली जलाने की घटनाओं में 44.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पर्यावरण और वन मंत्रालय ने रिपोर्ट में बताया कि पंजाब में 2020 में पराली जलाने की 76,590 घटनाएं हुई जबकि 2019 में इस तरह के 52,991 मामले आए थे। इससे पता चलता है कि पराली जलाने की घटनाओं में 44.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इसके बाद से ही पंजाब सरकार के पराली की घटनाओं को रोकने के दावों पर सवाल खड़े हो गए है। केंद्र से कोष मिलने के बावजूद इन घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया गया जिससे अपने ही राज्य की जनता के सामने सवालों के कटघरे में कड़ी हो गई है।