Edited By Tania pathak,Updated: 17 Jan, 2021 02:58 PM
नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच में सालों से काबिज मुलाजिमों की वजह से करप्शन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है...
लुधियाना (हितेश): नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच में सालों से काबिज मुलाजिमों की वजह से करप्शन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। यहां बताना उचित होगा कि नगर निगम में लोगों ज्यादा परेशानी का सामना टी. एस. लेने के दौरान करना पड़ रहा है। यही हाल प्रॉपर्टी को नया नंबर लगाने या मिल्कियत बदलने के केसों का है।
इस दौरान सेटिंग या सिफारिश होने पर काम हाथोंहाथ हो जाता है जबकि दूसरे लोगों को बिना वजह एतराज लगाकर परेशान किया जाता है। इसकी वजह क्लर्क, इंस्पैक्टर से लेकर सुपरिटैंडैंट तक लंबे समय से एक ही जोन में कई काबिज होने को माना जा रहा है जिनके ब्लॉक भी काफी देर से नहीं बदले गए हैं। इसके अलावा जिन मुलाजिमों की ट्रांसफर होती है वे सियासी दबाब के चलते कुछ देर बाद वापस पुरानी सीट पर पहुंच जाते हैं।
राइट टू सर्विस एक्ट के नियमों का नहीं हो रहा पालन
नगर निगम द्वारा वैसे तो सुविधा सैंटर के जरिए प्रॉपर्टी टैक्स से संबंधित कामों के आवेदन लेने का सिस्टम लागू किया गया है और उनको क्लियर करने के लिए राइट टू सर्विस एक्ट के नियमों के अंतर्गत डेडलाइन फिक्स की गई है, लेकिन नीचे से ऊपर तक का कोई अधिकारी काफी देर से पेंडिंग केसों की चैकिंग करने के लिए तैयार नहीं है।