Edited By Kalash,Updated: 29 Dec, 2021 10:11 AM
पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए किसी एक कांग्रेस नेता के हाथों में पार्टी हाईकमान ताकत नहीं देने जा रही है। राज्य में कांग्रेसियों
जालंधर (धवन): पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए किसी एक कांग्रेस नेता के हाथों में पार्टी हाईकमान ताकत नहीं देने जा रही है। राज्य में कांग्रेसियों में इस बात को लेकर चर्चा चल रही थी कि टिकट लेने के लिए वह किस नेता के पीछे जाएं। प्रत्येक कांग्रेसी नेता अपने स्तर पर दावेदारों को टिकट दिलवाने का भरोसा दे रहा था।
यह भी पढ़ें: आतंकवादियों ने शिवसेना हिंद के राष्ट्रीय प्रधान को दी बम से उड़ाने की धमकी
कांग्रेस हाईकमान ने जहां पहले यह निर्णय लिया कि वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार का नाम घोषित किए बिना चुनावी जंग में उतरेगी, वहीं उसने यह भी निर्णय लिया है कि कांग्रेस टिकट लेने के लिए तीनों प्रमुख नेताओं-मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू तथा पंजाब कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन सुनील जाखड़ की सहमति अनिवार्य होगी। अब टिकट लेने के दावेदारों ने तीनों नेताओं से मुलाकात का दौर शुरू कर दिया है।
यह भी पढ़ें: मनजिंदर सिंह सिरसा का बयान, पंजाब में इस पार्टी का जीतना समय की मांग
टिकटों के बंटवारे को लेकर मैरिट को आधार बनाया जा रहा है। कोई एक विशेष नेता टिकट दिलवाने में कामयाब नहीं होगा, अगर तीनों प्रमुख नेता एक-एक विधानसभा सीट पर अपनी सहमति देंगे तो उसे अवश्य ही टिकट मिल जाएगी।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here