Edited By Vatika,Updated: 03 Mar, 2021 12:12 PM

खतरनाक गैंगस्टर रम्मी मछाना जो पटियाला जेल में एक कत्ल के मामले में 20 वर्ष की सजा काट रहा है
बठिंडा(विजय): खतरनाक गैंगस्टर रम्मी मछाना जो पटियाला जेल में एक कत्ल के मामले में 20 वर्ष की सजा काट रहा है पर लगभग 34 मामले दर्ज है और वह जेल में बैठकर नया गैंग बना रहा था जिसकी भनक पुलिस को लगी। बठिंडा पुलिस ने इससे पहले तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया था जिनसे पुलिस को 2 पिस्तौल व 14 कारतूस बरामद किए थे। पुछताछ दौरान उन्होंने खुलासा किया कि वह खतरनाक रम्मी मछाना के लिए काम करते है और असला भी उसके संपर्क से मिला था। इस बात का खुलासा आई.जी बठिंडा जोन जसकरण सिंह ने पत्रकार सम्मेलन में किया जबकि उनके साथ एस.एस.पी भुपिंद्रजीत सिंह विर्क भी मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि असमाजिक तत्वों के विरूध मुहिम के तहत बलविंद्र सिंह एस.पी (डी) के नेत्रतव में सीए स्टाफ के इंस्पैक्टर जसवीर सिंह द्वारा मुखवरी के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उनसे असला भी बरामद किया और उसकी निशानदेही पर गैंगस्टर रम्मी मछाना पर सकंजा कसा। आई.जी ने बताया कि उक्त गैंगस्टर जेल में बैठकर फोन पर ही अपने साथियों से तालमेल कर एक नया गैंग बना रहा था। वह उत्तरप्रदेश से हत्थयार मंगवाकर अपने गैंग के सदस्यों को भेजता था। पकड़े गए तीन आरोपियों के आधार पर पुलिस ने तकनिकी सहायता से जेल में बंद गैंगस्टर का फोन ट्रैक पर लगाया और उसकी गतिविधियों की जानकारी हासिल की। पुलिस के हाथ उस समय सफलता हाथ लगी जब पुलिस ने उसके एक साथी जगसीर सिंह उर्फ (जग्गा) सरपंच पुत्र बछिंतर सिंह निवासी किलियां वाला को गिरफ्तार कर उससे 4 पिस्तौल व 17 जिंदा कारतूस व एक स्कारपिओ गाड़ी बरामद की।
उस पर पहले से ही 23 मामले दर्ज है। आई.जी ने बताया कि उक्त गैंगस्टर को पटियाला से प्रोडक्शन बारंट पर सी.आई.ए 2 लेकर आई।उसकी निशानदेही पर पुलिस ने तीन पिस्तौल व 14 जिंदा कारतूस एक मोबाइल बरामद किया। पुलिस ने उसका रिमांड लेकर गहराई से पूछताछ शुरू कर दी जिससे कई अन्य खुलासे होने बाकी है। पूछताछ में उसने बताया कि वह उत्तर प्रदेश से हत्थयार मंगवाता था जिसका खाता एस.बी.आई बैंक में है । उसने बताया कि अब तक वह 4 लाख रूपए असला खरीदने के लिए उत्तर प्रदेश के सप्लायर के खाते में जमा करवा चुका है जो उसे लगातार हत्थयार सप्लाई कर रहा है। पुलिस ने फिलहाल उक्त सप्लायर का नाम बताने से मना कर दिया क्योंकि उसकी गिरफ्तारी बाकी है।