Edited By Urmila,Updated: 12 Feb, 2024 12:30 PM
किसानों एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 13 फरवरी को पंजाब के अलग-अलग जिलों व कोनों से किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी में है।
पंजाब डेस्क: किसानों ने एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 13 फरवरी को पंजाब के अलग-अलग जिलों व कोनों से किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी में है। आज अमृतसर के ब्यास से किसान फतेहगढ़ साहिब की ओर निकले हैं। बता दें किसान आज फतेहगढ़ साहिब में इकट्ठे हो रहे हैं। ब्यास से लगभग 300 से ज्यादा ट्रैक्टर-ट्रालियां, अनाज, पानी और बिस्तर साथ लेकर कूच कर रहे हैं। किसानों ने कहा कि अगर बैठक का कोई नतीजा न निकला तो सारे सामान सहित दिल्ली कूच किया जाएगा।
जैसे-जैसे किसान आगे बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे रास्ते में और किसान का संघर्ष के लिए आगे बढ़ रहे हैं। पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आज ब्यास से फतेहगढ़ साहिब की ओर कूच कर रहे हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। उनकी मांग एम.एस.पी. गारंटी कानून, गन्ने को सी200 के साथ जोड़ा जाना चाहिए, 60 साल की उम्र में 10,000 रुपए प्रति माह दिए जाएं। महासचिव पंधेर ने कहा कि भारत के हर कोने से किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली पहुंच रहे हैं। अधिकतर किसान पंजाब, हरियाणा, बिहार, तमिलनाडु, मधय प्रदेश, राजस्थान से दिल्ली कूच कर रहे हैं।
किसानों ने कहा कि 8 फरवरी को पंजाब के सी.एम. मान से चंडीगढ़ में बैठक हुई थी। जिसमें कुछ मांगों को लेकर सहमति बनी थी। बता दें किसानों के केस वापिस लेने, नकली बीजों व स्प्रे बनाने वाली कंपिनयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई व अन्य मांगों पर सहमति हुई। वहीं किसानों का कहना है कि उनका मेन मुद्दा एम.एस.पी. है जिस पर अभी तक कोई सहमति बनी है। 13 को दिल्ली कूच करने से पहले जो बैठक बुलाई गई है उसमें एम.एस.पी. को लेकर कोई सहमति नहीं बनती है तो वह 13 को दिल्ली कूच करेंगे।
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सचिव पंधेर ने कहा कि किसान शांतिमय प्रदर्शन करने के लिए निकले हैं। अगर इस दौरान कोई घटना घटती है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि ट्रेक्टर कभी किसी की जान नहीं लेता बेरीकेड लेते हैं। किसान संगठनों ने कहा कि आज चंडीगढ़ में केंद्र सरकार की बैठक में सब स्थिति साफ हो जाएगी। इसके बाद आगे की रणनीति तैयार है। गत दिन श्री दरबार साहिब में अरदास करवाई थी। वहीं 13 तारीख को देश के किसान नेताओं को दिल्ली में आने का न्योता दिया है। उन्होंने कहा कि यह मोर्चा तब तक रहेगा जब तक केंद्र सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती।
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