Edited By Subhash Kapoor,Updated: 17 Apr, 2025 07:25 PM

भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की ब्लॉक भवानीगढ़ इकाई ने आज गांव जौलिया के किसान स्वर्गीय अवतार सिंह की जमीन से कथित रूप से पुलिस प्रशासन पर सुबह 3 बजे जबरदस्ती गेहूं की कटाई करवाए जाने के आरोप लगाते हुए भवानीगढ़ में रोष मार्च निकाल कर पुलिस...
भवानीगढ़ (कांसल) : भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की ब्लॉक भवानीगढ़ इकाई ने आज गांव जौलिया के किसान स्वर्गीय अवतार सिंह की जमीन से कथित रूप से पुलिस प्रशासन पर सुबह 3 बजे जबरदस्ती गेहूं की कटाई करवाए जाने के आरोप लगाते हुए भवानीगढ़ में रोष मार्च निकाल कर पुलिस स्टेशन के समक्ष धरना देकर पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस अवसर पर राज्य सचिव जगतार सिंह कालाझाड़, जिला अध्यक्ष अमरीक सिंह गंढूआ व जिला महासचिव दरवारा सिंह छाजला ने कहा कि करीब 30 वर्ष पहले भू-माफिया से जुड़े लोगों ने एक एजेंट के साथ मिलीभगत करके गांव जोलियां के किसान अवतार सिंह का कथित तौर पर अपहरण करके उससे खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिए थे और उसकी 12 बीघा जमीन धोखाधड़ी से अपने नाम करवा दी थी। जिसके लिए अवतार सिंह लगातार संघर्ष कर रहा था। अवतार सिंह ने न्याय की गुहार लगाते हुए तत्कालीन पुलिस प्रशासन व सरकारी प्रतिनिधियों को पत्र भी लिखे थे, लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई और कोर्ट में केस भी चला, जिसमें अवतार सिंह के वकील की कथित लापरवाही के कारण अवतार सिंह केस हार गए। जिसके बाद अवतार सिंह और उनका पूरा गांव उनकी मदद के लिए एकजुट हो गया और संगठन में आ गया। संगठन ने दो वर्ष पूर्व सभी मुद्दों पर विचार-विमर्श करके अवतार सिंह के खेत में एक बड़ी सभा की और अवतार सिंह के खेत में धान की फसल लगाई गई तथा अवतार सिंह का कब्जा स्थायी रूप से सुरक्षित कर दिया गया। जिस जमीन पर अब दूसरा पक्ष कोर्ट के माध्यम से कब्जा करना चाहता है, अवतार सिंह के बेटे हरदयाल सिंह ने बताया कि दूसरे पक्ष ने हमारे पिता व हमारे परिवार पर बहुत अत्याचार किए हैं और इससे पहले भी वे अवतार सिंह के खेत में आकर उन्हें जान से मारने की धमकियां देते थे। पिछले साल जब अवतार सिंह को खेत में दूसरे पक्ष ने घेर लिया तो वह घर की ओर भागा और इस दौरान अवतार सिंह की मौत हो गई थी। जिसकी मौत के लिए दूसरे पक्ष को कथित तौर पर दोषी माना गया था और संगठन ने संघर्ष कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया और उसे जेल भेजवाया गया।
किसान नेताओं ने दोष लगाया कि लेकिन पुलिस प्रशासन ने कथित तौर पर दूसरे पक्ष के साथ कथित मिलीभगत कर अभी तक उसके खिलाफ अदालत में चालान पेश नहीं किया है। जिसके चलते वह जेल से बाहर आ गया है। नेताओं ने कहा कि इस बार भी स्वर्गीय अवतार सिंह के परिवार द्वारा जमीन में गेहूं की फसल बोई गई थी। उस गेहूं को कथित तौर पर पंजाब सरकार और पुलिस प्रशासन के सहयोग से दूसरे पक्ष द्वारा जबरन काटा गया है। जिसके विरोध में आज संगठन ने भवानीगढ़ शहर में एक बड़ी सभा कर मार्च निकाला है। नेताओं ने कहा कि संगठन जल्द ही इस मुद्दे पर विचार-विमर्श कर आगे की रणनीति तैयार करेगा। इस अवसर पर जसवन्त सिंह तोलावाल, सुखपाल माणक, हरदेव सिंह लाल शहरी अध्यक्ष, हरजीत सिंह महिला, अमनदीप सिंह महिला, हरजिंदर सिंह घराचों, जसवीर सिंह गग्गड़पुर, बलविंदर सिंह घनौड़, करम चंद पन्नवा, जगतार सिंह लड़ी, चमकोर सिंह लड़ी, बिंदर सिंह खोखर, करनैल गनोटा, सुखदेव सिंह कड़ेल, रोशन मूनक, हरपाल सिंह पेधानी और जोरा सिंह कादरगढ़ छन्ना सहित विभिन्न ब्लॉकों के नेता, बड़ी संख्या में किसान, मजदूर एवं माताएं-बहनें उपस्थित थीं।
इस संबंध में स्थानीय थाना प्रमुख सब-इंस्पेक्टर गुरनाम सिंह से बात की तो उन्होंने किसानों द्वारा पुलिस पर जबरन गेहूं की कटाई करवाए जाने और पुलिस द्वारा धक्केशाही करने के लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए उन्होंने बताया कि दूसरे पक्ष ने इस जमीन को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में केस दायर किया हुआ है और माननीय उच्च न्यायालय के आदेशानुसार दूसरे पक्ष ने इस जमीन से गेहूं की फसल की कटाई की है।