Private Schools पर शिक्षा विभाग ने कसा शिकंजा, इन नियमों का उल्लंघन किया गया तो होगी मान्यता रद्द

Edited By Vatika,Updated: 15 Mar, 2023 02:16 PM

education department teach about private schools

फिलहाल विभाग द्वारा सभी जिले के स्कूलों को इस संबंध में पत्र भी जारी कर दिया गया है।\\\

अमृतसर (दलजीत): नए शैक्षणिक सैशन में मनमर्जी करने वाले प्राइवेट स्कूलों पर अब शिक्षा विभाग ने शिकंजा कस दिया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि कोई भी स्कूल अभिभावकों को स्कूल के अंदर से यूनिफार्म तथा किताबें लेने के लिए जबरदस्ती नहीं करेगा। इसके अलावा स्कूल वाले रैगुलर विद्यार्थी की एडमिशन फीस भी बार-बार नहीं ले सकेंगे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि नियमों का उल्लंघन किया गया तो संबंधित स्कूल की मान्यता रद्द करवा कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल विभाग द्वारा सभी जिले के स्कूलों को इस संबंध में पत्र भी जारी कर दिया गया है।

पंजाब केसरी द्वारा इससे पहले जिले के अधिकतर प्राइवेट स्कूलों द्वारा अभिभावकों के हो रहे शोषण के संबंध में प्रमुखता के आधार पर खबर प्रकाशित की गई थी, जिसके बाद विभाग ने हरकत में आते हुए स्कूलों पर शिकंजा कसा है। जानकारी के अनुसार नए सेशन शुरू होने पर जिले के अधिकतर स्कूल वाले अपनी मनमर्जी कर रहे थे तथा अभिभावकों पर जोर देकर किताबें तथा यूनिफार्म दे रहे थे। जिला शिक्षा अधिकारी सैकेंडरी जुगराज सिंह रंधावा ने बताया कि कोई भी स्कूल अभिभावकों को जबरन विद्यार्थियों की स्टेशनरी तथा यूनिफार्म के लिए विवश नहीं कर सकता। अभिभावक की मर्जी है वह कहीं से भी यूनिफार्म तथा स्टेशनरी ले सकता है। यदि कोई स्कूल वाला प्रिंट रेट पर भी सामान बेचता है तो वह नियमों का उल्लंघन करता है। अभिभावकों के अधिकारों का हनन न हो इसके लिए शिक्षा विभाग हमेशा ही प्रयत्नशील रहा है।

रंधावा ने बताया कि इसके साथ ही प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले रैगुलर विद्यार्थियों के बार-बार एडमिशन नहीं ली जा सकती। सभी स्कूलों को स्पष्ट किया गया है कि वह अपने स्कूलों के काम्पलैक्स के बाहर विद्यार्थियों से कितनी फीस ली जा रही है तथा कौन-कौन से फंड लिए जा रहे हैं, के संबंध में प्रमुखता से प्रकाशित पत्र लगाए तथा अभिभावकों को भी उसके बारे में जानकारी दें। रंधावा के अनुसार जिले के सरकारी स्कूलों के सीनियर प्रिंसीपलों की इस संबंध में ड्यूटी लगाई गई है जोकि लगातार स्कूलों का निरीक्षण करेंगे तथा जहां पर भी कोई शिकायत पाई जाती है जांच के उपरांत उन पर सख्त कार्रवाई करेंगे।उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की यदि कोई स्कूल मुखी उन्हें तंग कर रहा है तथा नियमों का उल्लंघन कर रहा उसकी जानकारी विभाग को दी जाए। विभाग द्वारा संबंधित शिकायतकर्ता का नाम गुप्त रखा जाएगा।

प्राइवेट स्कूलों को नियमों का करना होगा पालन
जिला शिक्षा अधिकारी जुगराज सिंह रंधावा ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों को हर हालत में नियमों का पालना करना ही होगा यदि वह भविष्य में ऐसा नहीं करता तो एक तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दूसरा संबंधित स्कूल की मान्यता रद्द करते हुए उसे डिफॉल्टर लिस्ट में डाला जाएगा। सरकार को भी लिखा जाएगा कि अभिभावकों के अधिकारों का संबंधी स्कूल हनन कर रहा है। रंधावा ने कहा कि वह अभिभावकों के साथ हैं, यदि किसी को भी कोई समस्या आती है वह जिला शिक्षा कार्यालय सैकेंडरी में आकर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है।

6 स्कूलों को जारी किया गया नोटिस
जिला शिक्षा अधिकारी सैकेंडरी जुगराज सिंह रंधावा ने बताया कि अभिभावकों की शिकायत आई थी, जिसके बाद 6 स्कूलों को नोटिस जारी किया गया है। स्कूलों के जवाब तसल्ली बच न पाए गए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, इसके साथ ही स्कूल का पुराना रिकॉर्ड भी मांगा गया है। अभिभावकों के बयान दर्ज किए जाएंगे तथा उसके बाद संबंधित स्कूल के हर पक्ष की जांच की जाएगी, जिसके बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी। रंधावा ने कहा कि विभाग पूरी मुस्तैदी से अपराध दायित्व निभा रहा है, अभिभावकों को कोई भी चिंता करने की जरूरत नहीं है वह उनके साथ हैं।

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