'सरबत दा भला एक्सप्रेस' को लेकर विवाद, जालंधर में ट्रेन ड्राइवर को इंजन से उतारा, श्रद्धालु परेशान
Edited By Suraj Thakur,Updated: 04 Oct, 2019 05:11 PM
यूनियन के सदस्यों ने ट्रेन के ड्राइवर को जालंधर में ही उतार दिया। जिसके चलते ट्रेन लेट हो गई।
जालंधर। गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में दिल्ली से लोहियां खास तक 'सरबत दा भला एक्सप्रेस' को लेकर ट्रेन के ड्राइवर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। नॉर्थ रेलवे मेंस यूनियन ने मांग की थी कि जालंधर पहुंचने के बाद इस ट्रेन का ड्राइवर जालंधर का ही होना चाहिए। जबकि विभाग ने इस ट्रेन को लुधियाना में ही ड्राइवर देकर रवाना कर दिया। यूनियन के सदस्यों ने ट्रेन के ड्राइवर को जालंधर में ही उतार दिया। जिसके चलते ट्रेन लेट हो गई और इसका खामियाजा करीब 650 श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली-लोहियां खास-नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस का नाम बदलकर 'सरबत दा भला एक्सप्रेस' रखा और इसे सुबह रेल मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री हर्ष वर्धन और हरसिमरत कौर बादल ने दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस ट्रेन के जालंधर पहुंचते ही यूनियन के सदस्यों ने लुधियाना से तैनात किए इंजन के ड्राइवर को नीचे उतार दिया और उसके साथ हाथापाई की। इस ट्रेन के शुक्रवार दोपहर 2.38 बजे सुल्तानपुर लोधी पहुंचने की उम्मीद थी। ड्राइवर को लेकर उपजे विवाद के कारण ट्रेन लेट होने के कारण जहां यात्रियों को परेशान होना पड़ा वहीं अब इस ट्रेन की समयसारिणी में बदलाव होने की संभावना है।