Edited By Vatika,Updated: 04 May, 2021 12:04 PM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह तथा पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के मध्य शुरू हुए शीत युद्ध को देखते हुए कांग्रेसी मंत्रियों
जालंधर(धवन): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह तथा पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के मध्य शुरू हुए शीत युद्ध को देखते हुए कांग्रेसी मंत्रियों व विधायकों ने सिद्धू से दूरी बना ली है।कांग्रेसी हलकों ने बताया कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने सिद्धू द्वारा बरगाड़ी व बहबलकलां पुलिस फायरिंग व धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की घटनाओं को देखते हुए उनके खिलाफ की गई बयानबाजी के बाद जवाबी राजनीतिक प्रहार किया है जिसके बाद से कांग्रेसी मंत्री व विधायक पूरी तरह से सिद्धू से पीछे हट गए हैं।
सिद्धू के साथ इस समय विधायक परगट सिंह ही खुलकर सामने आए हैं। कोई भी अन्य विधायक या कांग्रेसी नेता सिद्धू के साथ खुलकर नहीं चला है। इसके अलावा कैप्टन अमरेंद्र सिंह का कैम्प भी पूरी तरह से सिद्धू से मिलने वालों पर नजर रख रहा है।अब चूंकि विधानसभा चुनावों के नतीजे आ चुके हैं इसलिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा अगले कुछ दिनों में सिद्धू की बयानबाजी का मामला कांग्रेस हाईकमान के सामने उठाया जा सकता है। अभी तक हाईकमान ने इस मामले में कोई दखल नहीं दिया है।
पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने भी चुप्पी साधी हुई है परंतु इस बार कैप्टन अमरेंद्र सिंह सिद्धू के साथ आर-पार की लड़ाई लडऩे के मूड में हैं। पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ व अन्य कांग्रेस मंत्रियों ने भी सिद्धू के मामले में मुख्यमंत्री को पूरा समर्थन दिया है। अब यह तो तय हो गया है कि एक मयान में दो तलवारें नहीं रहेंगी। कांग्रेस हाईकमान इस मामले में क्या रुख अपनाती है इस पर कांग्रेसियों की नजरें टिकी हुई हैं।