Edited By Vatika,Updated: 18 Jun, 2019 09:16 AM
लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा पंजाब मंत्रिमंडल में किए गए फेरबदल के बाद से मुखर हुआ कैप्टन-सिद्धू विवाद सुलझने के आसार अभी दिखाई नहीं दे रहे हैं। विवाद को शांत करने के लिए कांग्रेस हाई कमान द्वारा हालांकि सीनियर...
चंडीगढ़ (रमनजीत): लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा पंजाब मंत्रिमंडल में किए गए फेरबदल के बाद से मुखर हुआ कैप्टन-सिद्धू विवाद सुलझने के आसार अभी दिखाई नहीं दे रहे हैं। विवाद को शांत करने के लिए कांग्रेस हाई कमान द्वारा हालांकि सीनियर लीडर अहमद पटेल की ड्यूटी लगाई गई है।
उन्हें सोमवार को चंडीगढ़ आना भी था, लेकिन ऐन वक्त पर उनका दौरा टल गया। सूत्रों के मुताबिक कै. अमरेन्द्र सिंह फिलहाल इस मामले में कुछ भी करना नहीं चाहते हैं और अहमद पटेल से मुलाकात टालने के लिए उन्हें सूचित कर दिया गया था कि कै. अमरेन्द्र सिंह की तबीयत खराब है और उन्हें डॉक्टर ने आराम की सलाह दी है। यह सूचना मिलने के बाद अहमद पटेल ने सोमवार को चंडीगढ़ पहुंच कर कै. अमरेन्द्र सिंह से बात करने का प्रोग्राम रद्द कर दिया। दूसरी तरफ, अपना निकाय विभाग बदले जाने से नाराज नवजोत सिंह सिद्धू भी पिछले 3 दिन से दिल्ली में ही डेरा डाले हुए हैं, जिसके कारण यह भी संभव नहीं था कि अहमद पटेल सिद्धू को साथ लेकर कैप्टन की रिहायश पर ही उनसे बात कर लेते।
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो कै. अमरेन्द्र सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पनपे विवाद को सुलझाने के लिए स्थानीय स्तर के दोनों के कुछ नजदीकी नेताओं ने भी प्रयास शुरू कर दिए हैं, लेकिन चर्चा है कि सिद्धू भी अब अड़ गए हैं और सरकार में अपनी प्रमोशन के तौर पर डिप्टी सी.एम. का पद लेने की बात कर रहे हैं। ठीक ऐसा ही कैप्टन की पिछली सरकार के समय हुआ था, जब भट्ठल ने कैप्टन के विरोध में दिल्ली में डेरा डाल दिया था और विवाद सुलझने के बाद उन्हें डिप्टी सी.एम. का पद दिया गया था। हालांकि चर्चा यह भी है कि सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस प्रधान की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।