Edited By Sunita sarangal,Updated: 17 May, 2020 10:57 AM
532 किलो हेरोइन रिकवरी में गिरफ्तार किए गए मोस्ट वांटेड हेरोइन स्मगलर रणजीत सिंह चीता अपने भाई गगनदीप सिंह के साथ भारत छोड़कर.......
अमृतसर(संजीव): 532 किलो हेरोइन रिकवरी में गिरफ्तार किए गए मोस्ट वांटेड हेरोइन समगलर रणजीत सिंह चीता अपने भाई गगनदीप सिंह के साथ भारत छोड़कर विदेश भागने की फिराक में था। फ़िलहाल पुलिस ने चीते के भाई गगनदीप का सुखदयाल सिंह के नाम पर बनाया गया जाली पासपोर्ट भी बरामद कर लिया है। इस मामले में चीता ने अमृतसर पुलिस को रामतीर्थ रोड पर बंद पड़ी एक दूध की डेयरी से 10 करोड़ की हेरोइन रिकवर करवाई है। आपको बता दें है कि सिरसा पुलिस की ओर से चीता और उसके भाई गगनदीप को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किए गए उसके रिश्तेदार को अमृतसर लाया गया था और उसे हेरोइन स्मगलर रणजीत सिंह चीता और उसके भाई गगनदीप के सामने बिठा कर बारीकी से पूछताछ भी की गई।
घर की महिलाओं के नाम पर जायदाद बनाता था चीता और उसका भाई गगन
पुलिस रिमांड दौरान चल रही पूछताछ में यह बात सामने आई है कि खतरनाक स्मगलर रणजीत सिंह चीता और उसका भाई गगन घर की महिलाओं के नाम पर करोड़ों रुपए की जायदाद बना रहे थे। फिलहाल पुलिस को पता चला है कि चीते ने बहुत सारी जायदाद अपने भाई गगन की पत्नी पूजा के नाम पर खरीद रखी है। पुलिस चीता और उसके भाई द्वारा ड्रग मनी के साथ बनाई गई सभी जायदादों का ब्योरा इकट्ठा कर रही है।
एन.आई.ए. कर रही है चीते से पूछताछ
बेशक खतरनाक हेरोइन तस्कर रणजीत सिंह चीता को जिला पुलिस हरियाणा के सिरसा से गिरफ्तार कर अमृतसर लेकर आई थी परन्तु अब एन.आई.ए. की ओर से उसे 532 किलो हेरोइन रिकवरी के मामले में पुलिस रिमांड पर ले लिया गया है। एन.आई.ए. की जांच दौरान चीता कई बड़े खुलासे कर रहा है, जिसमें 532 किलो हेरोइन के अमृतसर आने के पीछे बैठे उसके आकाओं और इसकी डिलीवरी के गारंटर का भी पता लगाया जा रहा है।
यह कहना है डी.सी.पी. का
डी.सी.पी. इन्वेस्टिगेशन मुखविंदर सिंह भुल्लर का कहना है कि पुलिस रणजीत सिंह चीता और उसके भाई गगनदीप सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब इनके तीसरे मोस्ट वांटेड साथी इकबाल सिंह को ट्रेस कर रही है, जिसे बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने चीते और उसके भाई द्वारा ड्रग मनी से खरीदीं गई सभी जायदादों का ब्योरा तैयार किया है, जिसे एन.आई.ए. को सौंपा जाएगा जिससे इन तस्करों की सभी जायदादें सील की जा सकें।