Edited By Urmila,Updated: 11 Aug, 2025 10:31 AM

एन.आर.आईज से करोड़ों रुपए का फ्रॉड करने के मामले में फरार चल रहे विकास शर्मा उर्फ चीनू की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।
जालंधर (वरुण) : एन.आर.आईज से करोड़ों रुपए का फ्रॉड करने के मामले में फरार चल रहे विकास शर्मा उर्फ चीनू की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। सूत्रों का दावा है कि चीनू के काले धंधों की जांच को लेकर ई.डी. और इंकम टैक्स एंट्री करने जा रही है। अगर दोनों विभाग गंभीरता से मामले की जांच करे तो चीनू के साथ-साथ कई राजनीतिक और सरकारी विभागों के अधिकारियों की इंवैस्टमैंट भी सामने आ सकती है।
सूत्रों ने दावा किया है कि चीनू ने एन.आर.आई से जो जमीन खरीदने के लिए करोड़ों रुपए बयाने के रुप में दिए वह भी जांच का हिस्सा हो सकते हैं। ई.डी. और इंकम टैक्स यह जानना चाहेगी कि चीनू ने जो करोड़ों रुपए का बयाना दिया, उन पैसों का सोर्स क्या था? इसके अलावा चीनू के इंकम सोर्स और इंकम के साथ-साथ प्रापर्टी, गोल्ड, गाड़ियां आदि सब खंगाला सकता है।
अगर ऐसा हुआ तो चीनू के काले धंधों को लेकर कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। वहीं चीनू, उसके बेटों समेत 2-2 एफ.आई.आर. में नामजद कुल 7 लोगों में से अभी तक कोई भी गिरफ्तारी न होने पर कमिश्नरेट पुलिस की किरकिरी होती दिखाई दे रही है। हालांकि इंसाफ के मंदिर (अदालत) ने भी चीनू को झटका देते हुए उसकी व बेटे कार्तिक की जमानत रद्द कर दी थी, लेकिन पुलिस की तरफ से पीड़ितों को इंसाफ दिलाना मुश्किल दिख रहा है।
हैरानी की बात है कि पुलिस फ्रॉड के केस में किसी को गिरफ्तार नहीं कर रही जबकि कमिश्नरेट पुलिस के नाम के आगे हाईटेक पुलिस का टैग लगा है। सूत्रों की मानें तो चीनू व अन्यों की गिरफ्तारी को लेकर मांझे का एक सत्ता पक्ष का नेता व पंजाब पुलिस का उच्च अधिकारी दबाव बनाए हुए हैं। यही कारण है कि पुलिस चीनू को गिरफ्तार करने के लिए रोज दावा तो कर रही है लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही।
बता दें कि जी.टी.बी. नगर (अब अमेरिका) निवासी इंदरजीत कौर पत्नी हरदीप सिंह गोल्डी ने आरोप लगाए थी कि फोल्ड़ीवाल स्थित 108 मरले से ज्यादा की जमीन का सौदा विकास शर्मा और कार्तिक शर्मा के साथ 6 लाख रुपए प्रति मरला किया था। उन्होंने पेशगी रकम 1.25 करोड़ रुपए दी जबकि बाकि की रकम रजिस्ट्री के समय अदा करनी थी। आरोप है कि इसी दौरान वह अमेरिका चली गई लेकिन जब वापस आई तो पता लगा कि कार्तिक की तरफ से अदालत में सिविल केस लगा रखा है, जिसमें उसने 2 करोड़ की रसीद लगा रखी है जो रकम उसे कभी मिली ही नहीं। रसीद पर इंदरजीत के साइन, अंगूठे के निशान के साथ-साथ कार्तिक और उसके पिता विकास शर्मा के भी साइन थे। पुलिस ने विकास शर्मा और उसके बेटे कार्तिक खिलाफ केस दर्ज कर लिया था।
दूसरे मामले में एन.आर.आई. परमजीत सिंह ठाकर पुत्र मोहिंदर सिंह (मोता सिंह नगर, जालंधर) का आरोप था कि उनकी पुलिस लाइन रोड पर 35 मरले जमीन थी। उसे खरीदने के लिए विकास शर्मा उर्फ चीनू पुत्र तिलक राज निवासी चहार बाग ने संपर्क किया। प्रति मरले सौदा 23 लाख 50 हजार रुपए में हुआ। 35 मरले प्लाट की कुल कीमत 8 करोड़ 22 लाख 50 हजार रुपए बनी जिसमें से 50 लाख रुपए देकर विकास शर्मा उर्फ चीनू ने 20 फरवरी 2024 को इकरारनामा सौदा कर लिया।
इसके बाद विकास शर्मा समेत उसके दो बेटों कार्तिक और वंश शर्मा, साले शेलेंद्र सयाल पुत्र संगत राय निवासी कोट मोहल्ला, बस्ती शेख और अमृतसर के संत चानन सिंह कालोनी के रहने वाले तरविंदर सिंह पुत्र मुखतैयार सिंह ने साजिश रच कर जाली दस्तावेज तैयार किए। आरोपियों ने एक और इकरारनामा सौदा 20 फरवरी 2024 की तारीख का तैयार करके प्रति मरला सौदा 15 लाख 50 हजार रुपए का दिखाया जिसे रजिस्ट्री करवाने के लिए इस्तेमाल किया गया।
इन लोगों ने एनआरआई परमजीत सिंह को अलग अलग तारीखों में 4 करोड़ 15 लाख रुपए देने की फर्जी रसीदें भी की और कोर्ट में केस करके 7.72 करोड़ 50 हजार रुपए का फ्रॉड करने किया। जैसे ही दोनों मामलों की शिकायत एन.आर.आई. थाने में गई तो पुलिस ने विकास शर्मा उर्फ चीनू, उसके दोनों बेटों कार्तिक और वंश, साले शेलेंद्र सयाल व तरविंदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। दोनों एफआईआर में माननीय अदालत ने चीनू व बेटे कार्तिक की जमानतें रद्द कर दी थी।
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