Edited By Kalash,Updated: 30 Jul, 2025 11:30 AM

महानगर के सिविल अस्पताल में गत 2 दिन पहले ऑक्सीजन न मिलने के कारण 3 मरीजों की मौत हो गई थी
जालंधर (शौरी): महानगर के सिविल अस्पताल में गत 2 दिन पहले ऑक्सीजन न मिलने के कारण 3 मरीजों की मौत हो गई थी, जिसके बाद मृतकों के पारिवारिक सदस्यों ने सिविल अस्पताल में काफी हंगामा किया था तथा आनन-फानन में सिविल अस्पताल अधिकारी द्वारा 9 मैंबरी कमेटी का गठन किया गया था। इसके बाद सेहत मंत्री डॉ. बलवीर सिंह तुरंत देर रात सिविल अस्पताल पहुंचे थे। इसके बाद मंत्री डा. बलवीर ने 9 मैंबरी कमेटी को खत्म कर दिया था तथा चंडीगढ़ से आई टीम को जांच का जिम्मा सौंपा था। अब सेहत मंत्री द्वारा की जांच की समय सीमा खत्म हो गई और जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।
जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ से पंजाब हैल्थ सिस्टम कार्पोशन के डायरेक्टर डा. अनिल गोयल तथा डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सुभाष जालंधर सिविल अस्पताल में पहुंचे और डाक्टरों व स्टाफ के बयान लिए थे। सूत्रों की माने तो इस मामले में बुरी तरह से हैल्थ विभाग की किरकिरी होने के चलते इस मामले में बडे अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार हो रही है और किसी भी समय सिविल अस्पताल के बडे अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
मामला पहुंचा हाईकोर्ट, सुनवाई आज
वहीं जालंधर के आर.टी.आई एक्विटविस्ट सिमरनजीत सिंह ने इस मामले को हाईकोर्ट पहुंचा दिया है, उन्होंनें आरोपी लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग को लेकर एक रिट पटिशन दायर की है।जिसकी सुनवाई आज होगी, सिमरनजीत सिंह ने बताया कि सिविल अस्पताल में बिमार इस आस से आते है कि डाक्टर उन्हें स्वस्थ्य करेगे लेकिन जहां तो मरीजों को मार दिया जाता है। पंजाब कोई पिछड़ा राज्य नही है कि जहां सरकारी अस्पतालों में मरीज को समय रहते आक्सीजन न मिल सके। उन्होंनें हाईकोट में रिट पटिशन द्वारी है कि इस मामले में आरोपी डाक्टर के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज की जाए। सेहत मंत्री से कुछ नही होगा, क्योकि आम जनता की आंखों में मिट्टी डालने के लिए झूठी जांच खोल दी गई है और काफी लम्बे समय तक जांच चलेगी और जब लोग भूल जाएगे तो आरोपियों को क्लीन-चीट मिल जाएगी।
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