Edited By Updated: 08 May, 2017 09:58 AM
पंजाब सरकार का शिक्षा विभाग जल्द ही कम छात्र संख्या वाले सरकारी प्राइमरी स्कूलों को बंद करेगा तथा यहां पढ़ रहे छात्रों को नजदीकी स्कूलों में मर्ज करने के साथ-साथ वहां तैनात अध्यापकों को उन स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा, जहां अध्यापकों की जरूरत होगी।
गुरदासपुर (विनोद): पंजाब सरकार का शिक्षा विभाग जल्द ही कम छात्र संख्या वाले सरकारी प्राइमरी स्कूलों को बंद करेगा तथा यहां पढ़ रहे छात्रों को नजदीकी स्कूलों में मर्ज करने के साथ-साथ वहां तैनात अध्यापकों को उन स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा, जहां अध्यापकों की जरूरत होगी। पंजाब में इस तरह के बंद होने वाले स्कूलों की संख्या लगभग 500 होगी। डायरैक्टर जनरल सैकेंडरी शिक्षा पंजाब प्रदीप सभ्रवाल ने बताया कि इस समय पंजाब में बड़ी संख्या में ऐसे सरकारी प्राइमरी स्कूल चल रहे हैं, जिनमें छात्रों की संख्या 12 से 20 तक है। इस स्कूलों में अध्यापक तथा मिड-डे-मील बनाने के लिए स्टाफ भी तैनात है।
यदि व्यावहारिक रूप में देखा जाए तो इन स्कूलों का न तो छात्रों को लाभ मिल रहा है तथा न ही सरकार को, इसलिए सरकार अब इस तरह के स्कूलों का सर्वे करवाकर इन को बंद कर इन्हें अन्य सरकारी स्कूलों में मर्ज करेगी। इस तरह से इन स्कूलों पर आने वाला खर्च अन्य स्कूलों पर खर्च होगा तथा बेहतर शिक्षा की व्यवस्था भी हो सकेगी।