Edited By Vatika,Updated: 10 Apr, 2020 12:37 PM

कोविड-19 के कारण जिला प्रशासन व पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा नई सब्जी मंडी में भीड़ कम करने के लिए किए जा रहे प्रयास मंडी में फड़ी कारोबारी भी सफल नहीं होने
जालंधर(शैली): कोविड-19 के कारण जिला प्रशासन व पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा नई सब्जी मंडी में भीड़ कम करने के लिए किए जा रहे प्रयास मंडी में फड़ी कारोबारी भी सफल नहीं होने दे रहे और वह होलसेल आढ़तियों की आड़ में फड़ी लगा कर कारोबार को अंजाम देने लग जाते हैं। मंडी के गेटों पर जिला प्रशासन द्वारा की जा रही सख्ती को ठेंगा दिखाते हुए सभी फड़ी वाले महिलाओं व बच्चों को लेकर दीवारें फांद कर दाखिल हो जाते हैं।
गत 2 सप्ताह से रोजाना पुलिस प्रशासन व मार्कीट कमेटी इन रिटेलरों का माल जब्त कर लेती थी और बाद में आढ़तियों की सिफारिश पर विभाग चेतावनी देकर छोड़ देता था व माल भी वापस कर देता था लेकिन आज फड़ी वालों को काबू कर डी.एम.ओ. दविंद्र सिंह, मार्कीट कमेटी सचिव सुखदीप सिंह, डी.एम. करुणदीप सिंह के आदेशों पर सारा जब्त माल अपाहिज आश्रम व पिंगलाघर को सेवा हेतु भेजा गया। इसी समस्या को लेकर आढ़ती समूह की बैठक डी.एम.ओ. दविंद्र सिंह से हुई जिसमें आढ़ती जोहनी बत्तरा, ङ्क्षडपी सचदेवा व तरुण ने अपील करते हुए कहा कि मंडी के पीछे अलग फड़ पर नींबू, अदरक, लहसून व मिर्ची को परचून वालों को बेचने की इजाजत दी जाए।
उन्होंने कहा कि रिटेलर सब्जी ग्राहक बहुत कम मात्रा में सामान खरीदता है व होलसेल आढ़ती इसे 5-10 किलो की पैकिंग में नहीं बेच सकता इसलिए उन्हें अलग से सब्जी देने की व्यवस्था करनी चाहिए। डी.एम.ओ. ने आढ़ती समूह को फड़ पर उपरोक्त आइटम बेचने वालों की सूची खुद बना कर देने को कहते हुए कहा कि कोई भी फड़ी पर ढेरी लगा कर माल नहीं बेचेगा और उनको पहले से ही 5-10 किलो की पैकिंग बना कर रखनी होगी।