Edited By Vaneet,Updated: 13 Dec, 2018 04:20 PM
पंजाब के सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को मिड-डे-मील योजना के तहत सरकारी एजेंसी मार्कफैड का डिब्बा बंद भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा। ....
लुधियाना(विक्की): पंजाब के सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को मिड-डे-मील योजना के तहत सरकारी एजेंसी मार्कफैड का डिब्बा बंद भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा। इस संबंधी पायलट प्रोजैक्ट 1 जनवरी, 2019 से शुरू किया जा रहा है। यह फैसला बच्चों को साफ-सुथरा और गुणवत्ता भरपूर भोजन उपलब्ध करवाने के मकसद से लिया गया है। इस बात की जानकारी पंजाब स्टेट फूड कमिश्रर के मैंबर गुरसंदीप सिंह ग्रेवाल ने आज स्थानीय सर्किट हाऊस में दी।
जानकारी देते हुए ग्रेवाल ने कहा कि पंजाब स्टेट फूड कमिश्रर की तरफ से सभी जिलों में जाकर मिड-डे-मील और अनाज बांट प्रणाली के प्रबंधों के जायजा लिया जा रहा है। सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ते बच्चों को साफ-सुथरा और अच्छी गुणवत्ता वाला भोजन उपलब्ध करवाने की कोशिश की जा रही है कि मिड-डे-मील योजना के तहत मार्काफैड का डिब्बा बंद भोजन उपलब्ध करवाया जाए। कमिश्नर की पहलकमी पर पंजाब के दो ब्लॉकों (एक दिहाती और एक शहरी) के 25-25 स्कूलों/केंद्रों में 1 जनवरी, 2019 से इसको एक पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर लागू किया जा रहा है। इस प्रोजैक्ट के तहत मार्कफैड की तरफ स्कूलों-केंद्रों में मिड-डे-मील के मीनू मुताबिक डिब्बा बंद भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा। यह भोजन बिलकुल तैयार हुआ करेगा, जिसको बांटने से पहले सिर्फ गर्म ही करना पड़ेगा।
इस प्रोजैक्ट के सफल होने पर जहां स्कूलों और केंद्रों में मिड-डे-मील को तैयार करने में मैनपावर की जरू रत नहीं रहेगी, वहीं मार्कफैड की आमदन में भी इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि मार्कफैड की तरफ से यह भोजन बच्चों की शारीरिक विकास और मानसिक जरूरत को मुख्य रहते तैयार किया जाएगा। इस मौके उन्होंने अध्यापकों को हिदायत की कि सभी मिड-डे-मील संबंधी मीनू बोर्ड और फूड सेफ्टी एक्ट की हिदायतें बाहर बोर्ड पर लगाएं। उन्होंने बच्चों से फीडफैक भी लिए।