Edited By Subhash Kapoor,Updated: 29 Dec, 2025 06:05 PM

जुलाई 2023 में फिरोजपुर के गांव गजनीवाला के पास सतलुज नदी में अचानक बहकर पाकिस्तान पहुंच गए हरविंदर सिंह पुत्र मुख्तियार सिंह निवासी परजियां बिहारीपुर (लुधियाना) और रतनपाल पुत्र महिंदर सिंह निवासी खैहरा मुस्तरका थाना मेहतपुर (जालंधर) के मामले में उस...
लुधियाना (चाहल) : जुलाई 2023 में फिरोजपुर के गांव गजनीवाला के पास सतलुज नदी में अचानक बहकर पाकिस्तान पहुंच गए हरविंदर सिंह पुत्र मुख्तियार सिंह निवासी परजियां बिहारीपुर (लुधियाना) और रतनपाल पुत्र महिंदर सिंह निवासी खैहरा मुस्तरका थाना मेहतपुर (जालंधर) के मामले में उस समय नया मोड़ आया, जब लाहौर की एक अदालत ने कथित तौर पर उनकी रिहाई और देश वापसी के आदेश दिए हैं।
नदी में बहकर पाकिस्तान पहुंचने पर सीमा रेंजर्स द्वारा दोनों को हिरासत में ले लिया गया था और जेल की सजा काटने के ढाई साल बाद 13 दिसंबर को अदालत की ओर से उनकी रिहाई का आदेश सुनाया गया। इसके बाद उनके पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों और गांववासियों में खुशी का माहौल है और युवकों की जल्द भारत वापसी की उम्मीद बंधी है।
ये दोनों जुलाई 2023 में पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा गिरफ्तार किए गए 6 भारतीयों में से एक थे। पाकिस्तानी अधिकारियों ने शुरुआत में उन पर नशा तस्करी के आरोप लगाए थे, जबकि परिवारों का कहना था कि वे नदी में आई बाढ़ के कारण गलती से बहकर पाकिस्तान चले गए थे।
हरविंदर के चाचा हरपाल सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उनके भतीजे ने 13 दिसंबर को अदालत की सुनवाई की जानकारी सांझा करने के लिए कोट लखपत जेल से दो बार फोन किया। हरपाल सिंह के अनुसार, जज ने जेल अधिकारियों को उन्हें रिहा कर भारत भेजने का आदेश दिया, क्योंकि वे अपनी सजा पूरी कर चुके हैं।

हिरासत के दौरान परिवारों में कई मौतें
ढाई साल के इस लंबे बिछोह ने दोनों परिवारों पर गहरा असर डाला है। उनकी गैरहाजिरी में कई पारिवारिक मौतें हुईं। हिरासत के दौरान रतनपाल के परिवार में उसके पिता करतार सिंह, माता प्यारो बाई और भाई वेद प्रकाश का निधन हो गया। वहीं हरविंदर के परिवार में इस साल की शुरुआत में उसके पिता मुख्तियार सिंह की मृत्यु हो गई, जबकि उसकी मां सुरजीत कौर गंभीर मानसिक तनाव से गुजर रही हैं।