Edited By Sunita sarangal,Updated: 05 Mar, 2021 09:56 AM
एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के वित्त कमिश्नर ए.वेणू प्रसाद के निर्देशों से पंजाब भर के 30 इंस्पैक्टरों को तरक्की देकर ई.टी.ओ. बना दिया है।
अमृतसर(इंद्रजीत): एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के वित्त कमिश्नर ए.वेणू प्रसाद के निर्देशों से पंजाब भर के 30 इंस्पैक्टरों को तरक्की देकर ई.टी.ओ. बना दिया है।
यह भी पढ़ें: शिक्षा विभाग ने लिया ये फैसला, बढ़ा दी इस ऑनलाइन प्रक्रिया की तारीख
इन 30 इंस्पैक्टरों को बनाया गया ई.टी.ओ.
तरक्की दिए अधिकारियों में भूपेंद्र सिंह भाटिया, गुरमेल सिंह, नरेंद्र कौर, सुखविंदर सिंह, विजय कुमार, इंद्रबीर सिंह, गुरिंदर जीत सिंह, बरिंदर पाल सिंह, सुरेंद्र पाल, अशोक कुमार, जगमाल सिंह, जुगराज सिंह, जसपिंदर कौर, सुखजीत सिंह, मनीष शर्मा, सङ्क्षतदर पाल सिंह, दविंदर सिंह, हरिंदर सिंह, जगतार सिंह, नरेंद्र पाल कौर, जसप्रीत सिंह, दीपक घई, अमरदीप सिंह, हरजिंदर सिंह, सरूपिंदर सिंह, जसविंदर जीत सिंह, सुनीता, अमनवीर सिंह, पवन शर्मा, प्रदीप कुमार (सभी इंस्पैक्टर) को एक्साइज एंड टैक्सेशन ऑफिसर (ई.टी.ओ.) के पद दिए गए हैं। अभी तक ये अधिकारी अपने पहले पदों पर ही काम कर रहे हैं लेकिन पता चला है कि इन तरक्की दिए गए इंस्पैक्टरों को शीघ्र ही ई.टी.ओ. के पदों पर तैनात कर दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें: जी.एस.टी. विभाग की रेड, करोड़ों के घोटाले का किया पर्दाफाश
मोबाइल विंग में हो सकती है कइयों की तैनाती!
जानकार लोगों से पता चला है कि तरक्की दिए गए इंस्पैक्टरों को ई.टी.ओ. पदों पर नियुक्ति के बीच इनमें से एक दर्जन के करीब लोगों को मोबाइल विंग में तैनात किया जा सकता है। इसका मुख्य कारण यह भी है कि मोबाइल विंग में इस समय ई.टी.ओ. रैंक के अधिकारियों की भारी कमी है। इनमें अमृतसर मुख्यालय में मात्र तीन ई.टी.ओ. काम कर रहे हैं, जिनके पास अमृतसर के अलावा पूरे बॉर्डर रेंज के 5 जिलों का प्रभार है, जिनमें दो प्रदेशों की सीमाएं भी इसी रेंज में पढ़ती हैं। उधर, पठानकोट, गुरदासपुर, बटाला, तरनतारन आदि इलाकों में कोई भी ई.टी.ओ. मोबाइल विंग में अलग तौर पर तैनात नहीं है, जबकि अमृतसर के अधिकारी ही वहीं पर दस्तक देते हैं। यही हाल बाकी शहरों का भी है। बताना जरूरी है कि विजीलैंस विभाग द्वारा पिछले वर्ष टैक्सेशन अधिकारियों पर की गई कार्रवाई के बीच मोबाइल विंग के कई अधिकारी इस समय जेल में बंद लंबे समय से जमानत की प्रतीक्षा कर रहे हैं और बड़ी संख्या में अधिकारी भूमिगत भी हैं। इसी कारण कम अधिकारियों पर भारी लोड पड़ा हुआ है, जिसमें अनुमान लगाया जा रहा है कि उक्त इंस्पैक्टर से ई.टी.ओ. बनाए गए काफी अधिकारियों की सेवाएं मोबाइल विंग में ली जा सकती हैं।
पंजाब और अपने शहर की अन्य खबरें पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here