Edited By Sunita sarangal,Updated: 13 Nov, 2019 10:50 AM
दर्शन स्थल पर लगाई गई दूरबीनों को भी उतारा
बटाला(बेरी): पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के खुले दर्शन करने हेतु श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे श्रद्धालुओं में सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों को लेकर गहरा रोष पाया जा रहा है।
इस संबंध में एम.डी. सभ्रवाल ने अपने परिवार के सदस्यों की हाजिरी में गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब व चोला साहिब डेरा बाबा नानक के दर्शन करने के बाद बताया कि करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद जब वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए अपनी गाड़ी पर सवार होकर आ रहे थे तो उनकी गाड़ी को टैंट सिटी के पास रोक दिया गया, जहां से बार्डर पर बना टर्मीनल 4 कि.मी. दूर है। एम.डी. ने बताया कि वहां से बार्डर तक जाने हेतु सरकार द्वारा किसी भी वाहन आदि का प्रबंध नहीं किया गया था जिसके चलते उन्हें, उनके परिवार के सदस्यों एवं जितनी भी संगत वहां पहुंच रही थी, सभी को वहां से पैदल ही बार्डर तक जाना पड़ा। उन्होंने बताया कि एक तरफ तो सरकार यात्रियों की सुविधा के बड़े-बड़े दावे कर रही है, जबकि हकीकत कुछ और ही है।
सरकार की तरफ से नहीं लंगर का प्रबंध
एम.डी. सभ्रवाल ने बताया कि 4 कि.मी. पैदल चलने के बाद जब वह बार्डर पर बने टर्मीनल के पास पहुंचते हैं तो वहां पर न तो सरकार की ओर से किसी प्रकार के लंगर की सुविधा उपलब्ध है और न ही वहां तक पहुंचने हेतु वाहनों का आदि कोई इंतजाम किया गया है। उन्होंने बताया कि जो दूरबीनें पहले धुस्सी बांध पर बने दर्शन स्थल पर लगाई गई थीं, उन्हें भी अब हटा लिया गया है जिसके चलते संगत गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन से वंचित हो गई है।
4 कि.मी. तक नहीं किसी वाहन का इंतजाम
एम.डी. सभ्रवाल ने पंजाब सरकार से अपील करते हुए कहा कि सरकार चाहे सुरक्षा कारणों से यात्रियों की गाड़ियां टर्मीनल से 4 कि.मी. पीछे ही रोक दे परंतु वहां से टर्मीनल तक आने हेतु सरकारी वाहनों का इंतजाम जरूर करे ताकि बुजुर्गों व महिलाओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।